जिंदगी भर बचाया पैसा, शादी भी नहीं की, सिर्फ एक ख्वाहिश के लिए सब कुछ कुर्बान… किया डूबे हुए टाइटैनिक के मलबे का दीदार

Titanic: टाइटैनिक देखने की ख्वाहिश रखने वाली एक महिला ने 30 साल तक पैसे बचा कर अपना सपना पूरा किया है। इस महिला ने पैसे बचाने के लिए आज तक शादी नहीं की है। महिला ने टाइटैनिक को देखने के लिए 2 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। एक विशेष पनडुब्बी में बैठकर वह मलबा देखने के लिए गई।

वॉशिंगटन: टाइटैनिक जहाज को कभी न डूबने वाला जहाज कहा जाता था। लेकिन ये जहाज 1911 में अपनी पहली ही यात्रा पर डूब गया। टाइटैनिक के डूबने के 110 साल बाद भी इससे जुड़ी कहानियां सुनने को मिलती हैं। इसके दुखद अंत पर भी शोधकर्ता नई-नई रिसर्च कर रहे होते हैं। पानी के अंदर डूबे इस जहाज को देखने का कई लोगों का सपना होता है। हाल ही में एक महिला ने इस डूबे हुए जहाज को देखने की ख्वाहिश को पूरा किया है। महिला पानी के भीतर टाइटैनिक के मलबे को देखना चाहती थी।

BBC ने इस महिला का सपना पूरा करने वाली क्लिप को शेयर किया है। रेनाटा नाम की महिला ने टाइटैनिक को देखने के लिए 2 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। कॉलेज में पढ़ाई के दौरान ही उसकी ख्वाहिश थी कि वह टाइटैनिक के मलबे को देखे। महिला ने साइंस की पढ़ाई की और इस उम्मीद में समुद्र विज्ञान का विकल्प चुना कि वह टाइटैनिक के मलबे को खोजने वाली पहली इंसान होगी। लेकिन दुर्भाग्य से उसके एडमिशन के एक सप्ताह बाद ही टाइटैनिक का मलबा खोज निकाला गया, जिसके बाद महिला ने अपना कैरियर बदल लिया।

 

30 साल तक बचाए पैसे
महिला ने कैरियर बदलने के बाद भी टाइटैनिक को खोजने की ख्वाहिश को दिल में रखा। 30 वर्षों से ज्यादा समय तक उसने इसके लिए बचत की। महिला के दौरे की क्लिप सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर की जा रही है। इसमें वह खास तरह की पनडुब्बी के जरिए पानी के अंदर गई है। लोगों ने कहा कि अगर किसी चीज को सच में पाने की इच्छा रखी जाए तो वह पूरा हो सकता है। एक इंस्टाग्राम यूजर ने लिखा, ‘किसी को अपने सपने, सम्मान को जीते देखना हमेशा अच्छा लगता है।’ एक यूजर ने लिखा, ‘बहुत ही खूबसूरत, एक सपना, जिसके लिए लोग आखिरी दम तक लड़ते हैं, जब तक वह पूरा न हो जाए।’

!टाइटैनिक देखने के लिए नहीं की शादी
महिला ने कहा कि जब वह बच्ची थी तब तक टाइटैनिक नहीं खोजा गया था। किसी को नहीं पता था कि ये जहाज कहां है। रेनाटा ने कहा कि उसने इस जहाज को खोजने के लिए समुद्र विज्ञान का कैरियर चुना। लेकिन इसके एक हफ्ते बाद ही जहाज खोज लिया गया। रेनाटा ने कहा, ‘जहाज मिलने के बाद मैं बैंकिंक के कैरियर में चली गई। मैं हमेशा सोचती रही कि आखिर जहाज तक कैसे जाया जाए। इसके लिए मैं पैसे बचाती रही। मेरे पास कार नहीं है, मैंने शादी नहीं की और न ही मेरे बच्चे हैं। इसका कारण सिर्फ ये है कि मैं टाइटैनिक देखना चाहती थी।’