Saving schemes for senior citizens: इन सात स्कीम्स में पैसा डाला तो सीनियर सिटीजंस की लाइफ हो जाएगी झींगा लाला

Saving Schemes: रिटायरमेंट के बाद लोग निवेश के ऐसे ठिकाने की तलाश में होते हैं जहां से उन्हें रेगुलर इनकम मिल सके। सीनियर सिटीजंस (Senior Citizens) के लिए निवेश के कई विकल्प मौजूद हैं। यहां हम आपको सात ऐसे विकल्पों के बारे में बता रहे हैं जहां निवेश करके आप नियमित कमाई कर सकते हैं। इनमें कम जोखिम और एश्योर्ड रिटर्न है।

seven saving schemes for senior citizens to get regular income
Saving schemes for senior citizens: इन सात स्कीम्स में पैसा डाला तो सीनियर सिटीजंस की लाइफ हो जाएगी झींगा लाला

रिटायरमेंट के बाद आम तौर पर सीनियर सिटीजन निवेश के ऐसे ठिकाने की तलाश में होते हैं जहां से उन्हें नियमित आमदनी मिल सके। इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में इन निवेश विकल्पों की चर्चा की गई है। इन विकल्पों में इन्वेस्टमेंट कर नियमित कमाई की जा सकती है। यहां हम उन विकल्पों के बारे में विस्तार से बता रहे हैं।

सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम

सरकार समर्थित यह योजना रिटायर हो चुके लोगों के बीच सबसे अधिक चर्चित है। 60 साल और उससे अधिक उम्र का कोई भी व्यक्ति इस योजना में निवेश कर सकता है। इसमें 55 साल से अधिक और 60 साल से कम आयु वाले व्यक्ति के लिए भी निवेश का प्रावधान किया गया है बशर्ते वह रिटायरमेंट बेनीफिट मिलने के एक महीने के भीतर निवेश करे। इसमें निवेश की न्यूनतम सीमा 1,000 रुपये है जो अधिकतम 15 लाख रुपये तक जा सकती है। यह योजना पांच वर्ष की है लेकिन मच्योरिटी पर इसे तीन साल और बढ़ाया जा सकता है। इसमें सालाना 7.6 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है।

प्रधानमंत्री वय वंदन योजना

2017 में शुरू की गई इस योजना में 60 साल से ऊपर का व्यक्ति निवेश कर सकता है। योजना की अवधि 10 वर्ष रखी गई है। इसमें निवेश करने वाले सीनियर सिटीजन और रिटायर लोगों को मंथली, तिमाही, छमाही और सालाना आधार पर पेंशन मुहैया कराई जाती है। इसमें न्यूनतम 1,56,658 रुपये और अधिकतम 15 लाख रुपये का निवेश किया जा सकता है। निवेश के तीन वर्ष पूरे होने पर इसके 75 फीसदी तक की रकम लोन के तौर पर लिया जा सकता है।

बैंक एफडी

एफडी (FD) में रिटर्न को लेकर रिस्क बहुत कम होने और एक फिक्सड इनकम मिलने की वजह से सीनियर सिटीजन में यह योजना काफी लोकप्रिय है। बैंक एफडी की दर रिजर्व बैंक की पॉलिसी रेट और व्यापक आर्थिक परिस्थितियों पर निर्भर करता है। अधिकांश बैंक अमूमन सीनियर सिटीजन को आधे फीसदी अधिक ब्याज दर की पेशकश करते हैं। हाल में आरबीआई ने रेपो रेट में काफी बढ़ोतरी की है। इसके बाद से अधिकांश बैंकों ने एफडी पर ब्याज बढ़ा दिया है।

स्पेशल टर्म डिपॉजिट

कई सारे बैंक सीनियर सिटीजन को पांच साल या अधिक के लिए विशेष प्रकार के टर्म डिपॉजिट की पेशकश करते हैं। एसबीआई वीकेयर एफडी और आईसीआईसीआई बैंक गोल्डन ईयर्स एफडी इसके कुछ उदाहरण हैं। एसबीआई की स्कीम में पांच साल और उससे अधिक के रिटेल टर्म डिपॉजिट पर 0.30 पर्सेंट एक्सट्रा ब्याज दिया जाता है। वहीं आईसीआईसीआई की इस स्कीम में 0.20 पर्सेंट एक्सट्रा ब्याज की पेशकश की जाती है।

आरबीआई फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बॉन्ड्स 2020 (टैक्सेबल)

-2020-

सीनियर सिटीजन के बीच यह स्कीम RBI7.15% बॉन्ड के तौर पर ज्यादा चर्चित है। इसे फ्लोटिंग रेट बॉन्ड इसलिए कहा जाता है क्योंकि इन बॉन्डों पर ब्याज दर हर छह महीने पर दोबारा से तय किया जाता है। फ्लोटिंग रेट बॉन्ड की ब्याज दर नैशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (एनएससी) से जुड़ी होती है। इस पर फिलहाल 7.15 फीसदी सालाना ब्याज दिया जाता है। इसलिए यह सीनियर सिटीजंस के लिए बेहतर विकल्प है।

पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम

सरकार समर्थित इस योजना में निवेशकों को हर महीने एक फिक्सड इनकम मिलती है। वैसे तो यह योजना सभी के लिए है लेकिन इसका आकर्षण सीनियर सिटीजन में अधिक है। इसमें निवेश की मिनिमम लिमिट 1,000 रुपये है। वरिष्ठ नागरिक सिंगल अकाउंट में मैक्सिमम 4.5 लाख रुपये का निवेश कर सकते हैं। चूंकि इस योजना को सरकार का समर्थन हासिल है, इसलिए इसमें कोई जोखिम नहीं है।

पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट अकाउंट

पोस्ट की सबसे चर्चित योजनाओं में से एक है यह स्कीम। पोस्ट ऑफिस में एक, दो, तीन या पांच साल के लिए निवेश किया जा सकता है। इसमें मिनिमम 1,000 रुपये से अकाउंट ओपन कर सकते हैं। वहीं, इसमें निवेश की अधिकतम सीमा तय नहीं की गई है। पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट स्कीम निवेश पर गारंटीड रिटर्न प्रदान करती है। पांच वर्ष का टाइम डिपॉजिट धारा 80 C के तहत टैक्स कटौती के लिए योग्य हो जाता है।