एक माह पहले मालरोड पर स्थित दवा की दुकान में अचानक से आग लग गई थी | आग इतनी भयंकर थी कि दूकान में रखा सारा सामान पूरी तरह से जल कर राख हो गया था | कोरोना काल में एक तरफ जहाँ मंदी चल रही थी वहीँ आग से हुए लाखों के नुकसान ने व्यवसायी की कमर ही तोड़ दी थी | लेकिन गनीमत रही कि व्यवसायी ने दुकान का इंशोरेंस करवाया हुआ था | जिस से व्यवसायी को उम्मीद थी कि उन्हें इंशोरेंस से कुछ पैसा मिल जाएगा जिस से वह अपना व्यवसाय फिर से आरम्भ कर सकते है | एसबीआई बैंक ने समाजिक दायित्व को निभाते हुए व्यवसायी की परेशानी को समझा और एक माह के भीतर ही इंशोरेंस की सारी राशि व्यवसायी को सपुर्द कर दी जिसे पा कर व्यवसायी भी खुश नज़र आया |
एसबीआई बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक सुनील चौधरी ने जानकारी देते हुए कहा कि एक माह पहले आग की घटना से व्यवसायी का नुक्सान हो गया था | लेकिन उन्होंने सामान की इंशोरेंस करवाई हुई थी | जिस पर एसबीआई बैंक ने ततपरता दिखाते हुए एक माह के भीतर ही व्यवसायी को इंशोरेंस की राशि उपलब्ध करवा दी है | जिसकी वजह से व्यवसायी को नुकसान की कुछ भरपाई हो गई है | उन्होंने सभी व्यवसायिओं को आग्रह किया है कि वह अपने व्यवसाय की इंशोरेंस अवश्य करवाएं ताकि इस तरह की घटना में हो रहे नुक्सान को कम किया जा सके |
व्यवसायी इंद्र साहनी ने इंशोरेंस की राशि पा कर ख़ुशी जताई और कहा कि उनका करीबन 50 लाख रूपये का नुकसान इस घटना में हुआ था | इंशोरेंस से उन्हें 18 लाख 77 हज़ार रूपये उपलब्ध करवाए गए है | उन्होंने कहा कि इस पैसे से वह अपने व्यवसाय को पुनः खड़ा कर सकते है | अगर इंशोरेंस न होती तो उन्हें बेहद दिक्क्तों का सामना करना पड़ सकता था | उन्होंने बैंक का धन्यवाद किया और कहा कि उन्हें यह यकीन नहीं था कि उन्हें इतनी जल्दी इंशोरेंस की राशि मिल जाएगी लेकिन बैंक ने एक माह के भीतर ही राशि उन्हें उपलब्ध करवा कर हैरत में डाल दिया है |
2021-02-24