सिंधिया-समर्थक इमरती देवी को उनकी ही पार्टी के शख्स ने हरवाया चुनाव, पंडोखर सरकार के दावे ने खोली बीजेपी में गुटबाजी की पोल!

इमरती देवी की चुनाव में हार का कारण बीजेपी का ही कोई शख्स है। ऐसा दावा पंडोखर सरकार ने किया है। शनिवार को इमरती देवी ग्वालियर में पंडोखर सरकार के दरबार में पहुंचीं थीं। तभी सरकार ने यह खुलासा किया। उनके इस दावे से बीजेपी में गुटबाजी और भितरघात की चर्चा तेज हो गई है।

imarti devi

 

ग्वालियरः ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक इमरती देवी चुनाव हारने के बाद उस शख्स का नाम जानने के लिए बेचैन हैं जिन्होंने उन्हें हरवाया। यह जानने के लिए पूर्व मंत्री और वर्तमान में लघु उद्योग निगम की अध्यक्ष इमरती देवी पंडोखर सरकार की शरण में पहुंच गई। पंडोखर सरकार ने उन्हें बताया कि जिसने उन्हें चुनाव हरवाया है, वह उन्हीं की पार्टी का है। बाबा ने कहा कि वे उस शख्स का नाम भी बता सकते हैं, लेकिन बताएंगे नहीं। बाबा के इस खुलासे ने बीजेपी में गुटबाजी के कयासों को हवा दे दी है।
ग्वालियर के हरिशंकर पुरम में श्रीमद् भागवत कथा आयोजित की गई है। इसमें पंडोखर सरकार भी पहुंचे। यहां पंडोखर सरकार ने अपना दरबार लगाया। सरकार के दरबार लगाने की जानकारी इमरती देवी को लगी तो वे भी हरिशंकर पुरम पहुंच गईं। इमरती देवी ने पंडोखर सरकार की शरण में पहुंचकर उनसे सवाल किया कि आखिर उन्हें चुनाव किसने हरवाया। पंडोखर सरकार ने उनका जवाब पहले से ही लिख रखा था। उन्होंने बताया कि उन्हें चुनाव हराने वाला शख्स उन्हीं की पार्टी का है।

इसके साथ ही इमरती देवी ने सवाल किया कि आखिर उनकी 3 साल की नातिन कब तक बोलेगी जिस पर उन्होंने कहा कि वह अपनी नातिन को लेकर पंडोखर सरकार आएं तो वह बोलने लगेगी। इमरती देवी और पंडोखर सरकार के बीच हुई बातचीत का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

वायरल वीडियो की वजह से बीजेपी के भितरघात की बात भी खुलकर सामने आ गई है। पंडोखर सरकार ने इमरती देवी की हार का कारण बीजेपी से ही जुड़े व्यक्ति को बताया है। अगर उनका दावा सही है तो इससे बीजेपी की आपसी गुटबाजी निकल कर सामने आ गई है।