SCO Meet India and Pakistan: एससीओ की बैठक में भारत और पाकिस्तान के बीच कोई औपचारिक बातचीत तो नहीं होनी है। लेकिन अगर कुछ संभावना बनती है तो पाकिस्तान के बाढ़ पर चर्चा हो सकती है। हालांकि, पाकिस्तान की नापाक हरकतों के कारण भारत अपने इस पड़ोसी से वैश्विक मंचों पर अभी दूरी ही बनाकर रखे हुए है।
नई दिल्ली: भले ही पड़ोसी पाकिस्तान अपनी आतंकी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। पर भारत इस्लामाबाद की तरफ हमेशा मदद का हाथ बढ़ाता रहा है। अभी सदी की सबसे विनाशकारी बाढ़ झेल रहे पाकिस्तान के लिए हालात बेहद मुश्किल हैं। इस बीच उज्बेकिस्तान के समरकंद में आयोजित शंघाई कोऑपरेशन संगठन (SCO) की बैठक कल से होनी है। भारत ने इस बैठक के लिए माइंडगेम तैयार कर लिया है। लद्दाख में चीन की सेना के पीछे हटने के बाद अब भारत ने पाकिस्तान के लिए भी बड़ी प्लानिंग कर लिया है। इस बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ की बातचीत प्रस्तावित नहीं है लेकिन अगर बैठक में बातचीत की संभावना बनी तो पाकिस्तान के बाढ़ पर चर्चा हो सकती है। आखिरी बार पीएम मोदी ने 2015 में उफा बैठक में शहबाज के बड़े भाई नवाज शरीफ से बातचीत की थी। इस बातचीत के बाद भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आया था और सीमा पर नापाक हरकतों को अंजाम देता आ रहा है। समरकंद में 15 और 16 सितंबर को दो दिवसीय बैठक हो रही है।
बात से इनकार नहीं
SCO की बैठक में पीएम मोदी और पीएम शरीफ के बीच हालांकि कोई प्रस्तावित बातचीत की रूपरेखा तय नहीं है। लेकिन समरकंद बैठक के इतर दोनों नेताओं के बीच बातचीत से इनकार भी नहीं किया जा रहा है। अगर दोनों देशों के नेताओं के बीच बातचीत होती है तो पाकिस्तान के विनाशकारी बाढ़ पर चर्चा हो सकती है। 2015 में पीएम मोदी ने रूस के उफा में तत्कालीन पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ से मुलाकात की थी।
पाक की चालबाजी जारी
तमाम मुसीबतें झेल रहा पाकिस्तान अभी भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। सीमा पर आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देना और भारत के खिलाफ साजिश करने से वह बाज नहीं आ रहा है। भीषण बाढ़ झेल रहा पाकिस्तान की जमीं से आतंकी गतिविधियों को अभी भी लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि यही नहीं, पाकिस्तान अभी भी जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से आतंकवादी कारस्तानियों में कोई कमी नहीं आने दे रहा है।
अमेरिका के दांव से फिर बढ़ेगी दूरी?
गौरतलब है कि पाकिस्तान का इस्तेमाल ब्रिटेन यूक्रेन में हथियार भेजने के लिए एयर ब्रिज के तौर पर कर रहा है। उधर, अमेरिका ने भारत की पीठ में छुरा भोंकते हुए पाकिस्तान को F-16 विमान देने वाला है। पाकिस्तान इन विमानों का इस्तेमाल आंतकवाद विरोधी ऑपरेशन में करने के बजाए भारत को निशाना बनाने के लिए कर सकता है।
पाकिस्तान से भारत सतर्क
पाकिस्तान के इतिहास को देखते हुए भारत सीमा से लेकर कूटनीतिक मंचों तक अब सतर्क रहता है। दरअसल, पाकिस्तान की कथनी और करनी में बड़ा अंतर है। वहां सरकारें भले ही बदल जाएं लेकिन चलती सेना की ही है। पाकिस्तानी सेना और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई भारत के खिलाफ लगातार साजिश रचते रहते हैं। ऐसे में भारत वैश्विक मंच से अपने कुटिल पड़ोसी को करारा जवाब देता है।