हिमाचल में कांग्रेस नेता और वर्करों में ‘हाथपाई-मारपीट’, थाने पहुंचा मामला

 हिमाचल प्रदेश के कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं है. पार्टी में अक्सर गुटबाजी देखने को मिलती है. ताजा मामले में बात मारपीट तक पहुंच गई. दरअसल, जिला सिरमौर में कांग्रेस नेताओं का उपजा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. सोमवार देर रात कांग्रेस पार्टी के दो गुटों में हुई भिड़ंत के बाद एक बार फिर कांग्रेस की जिला में गुटबाजी जगजाहिर हुई है.

जिला कांग्रेस के उपाध्यक्ष रुपेंद्र ठाकुर ने कांग्रेस नेता एवं पूर्व में पावटा के विधायक रहे किरनेश जंग  पर मारपीट और जानलेवा हमला करने के आरोप लगाएं है. इसको लेकर एक शिकायत  पुलिस थाना नाहन में सौंपी गई है. दूसरी ओर, किरनेश जंग ने अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज किया है. गौर हो कि सिरमौर कांग्रेस में 12 जून को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के दौरे से ठीक पहले उपजा विवाद अब बढ़ता जा रहा है.

जिला कांग्रेस के उपाध्यक्ष रुपेंद्र ठाकुर ने बताया कि जब वह शिमला से पार्टी कार्यक्रम से लौट रहे थे तो पांवटा के पूर्व विधायक की गाड़ी उनके पीछे लग गई. वह जैसे तैसे कर निहोग तक पहुंचे और निहोग में उन्हें पूर्व विधायक व उनके साथियों ने पकड़ लिया. उन्होंने बताया कि पूर्व विधायक की गाड़ी में कांग्रेस जिलाध्यक्ष अजय बहादुर समेत अन्य नेता सवार थे. उन्होंने बताया कि उनके साथ निहोग के नजदीक मारपीट की गई और उन पर जानलेवा हमला किया गया. जहां से बचकर वह नाहन पहुंचे और एक शिकायत पुलिस थाना नाहन में सौंपी गई हैं.

रुपेंद्र से मिला भी नहीं –किरनेश जंग

कांग्रेस नेता व पूर्व विधायक पांवटा साहिब किरनेश जंग ने अपने ऊपर लगे सभी आरोप सिरे से खारिज करते हुए कहा कि शिमला से लौटते समय उनकी रुपेंद्र ठाकुर से मुलाकात तक नहीं हुई. उन्हें नाहन में रोका गया और उनके उपर मारपीट करने के आरोप लगाए गए हैं. यह सब राजनीतिक षडंयत्र के तहत करवाया जा रहा हैं. उन्होंने कहा कि अगर रूपेंद्र ठाकुर सच्चे हैं तो सामने आए और साबित करें उनके साथ कब और कहा मारपीट हुई हैं.

मामला बढ़ता देख पुलिस ने कांग्रेस के दोनों गुटों को देर रात पुलिस थाना नाहन में पूछताछ के लिए बिठाये रखा. देर रात करीब 1 बजे कांग्रेस नेताओं का नाहन के डॉ वाईएस परमार मेडिकल कालेज अस्पताल में मेडिकल के लिए ले जाया गया था. इस दौरान मामले कि गम्भीरता को देखते हुए भारी पुलिस बल मोके पर मौजूद रहा.