झंडा रस्म के साथ SDM अभिषेक गर्ग ने किया मार्कंडेय बैसाखी मेले का शुभारंभ

 उत्तरी भारत के सुप्रसिद्ध धार्मिक तीर्थ स्थल एवं महर्षि मार्कंडेय की तपोभूमि मार्कंडेय में बैसाखी मेले का आगाज हो गया है। इस मेले का शुभारम्भ सदर एसडीएम अभिषेक गर्ग ने बतौर मुख्यातिथि किया।मेले के आगाज से पूर्व सभी लोगों को पगड़ी पहनाई गई व पुरे मेले से होते हुए मंदिर तक शोभा यात्रा निकाली गई, जिसमें  स्थानीय लोगों ने भी बढ़-चढ़ कर भाग लिया। मंदिर पहुंचने पर महाऋषि मार्कंडेय की पूजा-अर्चना की गई जिसके बाद मार्कंडेय मंदिर में झंडा चढ़ाया गया।

गौरतलब है कि बैसाखी पर्व पर मार्कंडेय मंदिर में हर वर्ष लाखों की तादाद में श्रद्धालु पहुंचते है जो यहां मार्कंडेय का पवित्र स्नान करने के बाद महर्षि मार्कंडेय मंदिर में पूजा अर्चना करते है। इस बार जिला प्रशासन ने मेले के आयोजन के लिए विशेष प्रबंध किए है ताकि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या से झुझना न पड़े।

मेले में आने के लिए हिमाचल पथ परिवहन निगम द्वारा घागस तथा ब्रह्म्पुखर से विशेष बसें चलाई है। इसके अलावा मेले में साफ़-सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है, ताकि मेले में गंदगी न फैले। मेले में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से केंद्र खोला गया है, जहां 24 घंटे स्वास्थ्य सेवाएं मिलेगी। इसके अलावा एक एम्बुलेंस भी 24 घंटे मेले में अपनी सेवाएं दे रही है। मंदिरो को विभिन्न लाइट्स के द्वारा सजाया गया है। वहीं इस बार जागरण करने के लिए मंदिर के प्रांगण की जगह हाल ही में उपलब्ध करवाई गई है।

सदर तहसीलदार वीना ठाकुर ने इस मेले के आयोजन को लेकर पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी थी, ताकि मेले के आयोजन में किसी प्रकार की कोई कमी न रहे इसके लिए उन्होंने विशेष प्रयास किए और स्थानीय लोगों के साथ बैठक कर सभी समस्याओं व मेले की  परम्पराओं को जाना। जिनको ध्यान में रखते हुए इस बार मेले का आयोजन किया जा रहा है।

मान्यता है कि यदि बैशाखी के दिन मार्कंडेय जी का पवित्र स्नान करके मार्कंडेय मंदिर में सच्चे मन से पूजा अर्चना की जाए तो बहुत बड़े पुण्य की प्राप्ति होती है और पूर्व जन्मो के पापों से भी मुक्ति मिलती है। वहीं स्थानीय लोग अपनी फसल का एक हिस्सा अपने ईष्ट देव मार्कंडेय को अर्पित करते है। मेले के दौरान कई श्रद्धालुओं द्वारा अलग-अलग किस्म के भंडारे का भी आयोजन किया जाता है। कुछ लोग खाने का भंडारा लगाते है। कुछ मिष्ठान, मीठे पानी, गन्ने के जूस इत्यादि का भंडारा लगाते है।

गौरतलब है मार्कंडेय में बैसाखी के दिन लाखों श्रद्धालु अपने परिवार तथा दोस्तों के साथ आकर इस मंदिर में अपनी हाजिरी भरते है।  मार्कंडेय के बैसाखी मेले में हिमाचल के साथ-साथ सबसे ज्यादा तादाद में श्रद्धालु पंजाब, हरियाणा तथा दिल्ली से मार्कंडेय दर्शन के लिए यहां पहुंचते है। बैसाखी मेले के आगाज के साथ ही गुरुवार रात्रि को मार्कंडेय में रात्री मेले का आयोजन होगा।

मेले के दौरान मार्कंडेय मंदिर को जाने वाले रास्ते को प्रशासन ने वाहनों के लिए बंद कर दिया है और वाहनों की पार्किंग के लिए जुखाला कॉलेज के पास पार्किंग बनाई है। जहां से कुछ कदम पैदल चल कर मार्कंडेय मंदिर पहुंचना पड़ेगा।

मेले के शुभारंभ के दौरान एसडीएम सदर अभिषेक गर्ग , तहसीलदार सदर वीना ठाकुर , बीडीसी सदस्य विनोद कश्यप , माकडी मार्कंडेय पंचायत के प्रधान कमल , उपप्रधान देव राज शर्मा , पूर्व उपप्रधान नरेंद्र संख्यांन , बाबु राम ठाकुर , सदा राम ठाकुर सहित दर्जनों ग्रामीणों ने भाग लिया।