मोरबी पुल हादसे में सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म, जानें मृतकों की संख्या कहां पहुंची

मोरबी पुल हादसा : तलाशी अभियान समाप्त हुआ, मृतकों की संख्या 135 पर स्थिर (फाइल फोटो)

मोरबी पुल हादसा : तलाशी अभियान समाप्त हुआ, मृतकों की संख्या 135 पर स्थिर

मोरबी: गुजरात के राजकोट स्थित मोरबी में हुए दर्दनाक हादसे को लेकर बड़ा अपडेट आया है. गुजरात सरकार ने मोरबी शहर में मच्छु नदी पर ब्रिटिश काल के एक पुल के टूट जाने की घटना के बाद शुरू किए गए तलाशी अभियान को गुरुवार को समाप्त करने की घोषणा की. मोरबी हादसे का सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म होने के बाद इस हादसे में मृतकों की कुल संख्या 135 है. एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी.

दरअसल, राज्य आपदा आयुक्त हर्षद पटेल ने मोरबी का दौरा किया और चल रहे तलाशी अभियान को समाप्त करने की घोषणा की. हर्षद पटेल ने खोज और बचाव अभियान में शामिल विभिन्न एजेंसियों के प्रमुखों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की और स्थिति की समीक्षा के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म करने का फैसला किया. रविवार को मोरबी केबल ब्रिज हादसे के तुरंत बाद इस अभियान को शुरू किया गया था.

हालांकि एहतियात के तौर पर स्थानीय दमकल विभाग, राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की एक-एक टीम अगले आदेश तक हादसा स्थल पर तैनात रहेगी. बता दें कि गुजरात के मोरबी शहर में गत रविवार को मच्छु नदी पर ब्रिटिश काल का केबल पुल टूटने की घटना में अभी तक महिलाओं और बच्चों समेत कुल 135 व्यक्तियों की मौत होने की पुष्टि हुई है.

शुरुआती जांच रिपोर्ट में दावा किया गया कि मोरबी ब्रिज के मरम्मत के कार्य में कई खामियां थीं और केवल रंग-रोहन कर उसे चमकाया गया था. इतना ही नहीं, इस ब्रिज का उद्घाटन दिसंबर में होना था, मगर गुजराती नववर्ष को ध्यान में रखते हुए इसे समय से पहले 26 अक्टूबर को खोला गया. साथ ही पैसा कमाने की होड़ में पुल की क्षमता से अधिक टिकट बेचे गए और पुल पर एंट्री के लिए कोई कंट्रोल करने वाला नहीं था, जिसकी वजह से यह हादसा हो गया.