गुटबाजी देख प्रतिभा ने मंच से किसी भी नेता को नहीं दिया बोलने का मौका

प्रतिभा सिंह ने कहा कि कार्यकर्ता अपने काम से नेता बनते हैं, नारेबाजी से नहीं। उन्होंने एकजुटता का पाठ पढ़ाते हुए मंच से यह तक कह डाला कि सिरमौर की संस्कृति ऐसी नहीं है।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह।

पहले इकबाल और सोलंकी समर्थकों की नारेबाजी और फिर शिलाई के विधायक एवं उपनेता प्रतिपक्ष हर्षवर्धन चौहान को मनाने की जद्दोजहद। दरअसल, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह गुटबाजी और अंतर्कलह को पहले ही भांप गई थीं। इसीलिए सलानी में आयोजित भारत जोड़ो सद्भावना सम्मेलन में उन्होंने किसी भी नेता को मंच से बोलने का मौका नहीं दिया। प्रचंड गर्मी का हवाला देकर उन्होंने खुद ही माइक संभाला और 25 मिनट तक भाषण देकर सम्मेलन का समापन कर दिया। 

प्रतिभा सिंह ने कहा कि कार्यकर्ता अपने काम से नेता बनते हैं, नारेबाजी से नहीं। उन्होंने एकजुटता का पाठ पढ़ाते हुए मंच से यह तक कह डाला कि सिरमौर की संस्कृति ऐसी नहीं है। सिरमौर के लोग पूरे हिमाचल प्रदेश में शांति के लिए जाने जाते हैं। जिला के लोगों की एक अलग सभ्यता व संस्कृति है, जिसको हम सभी ने भंग नहीं होने देना है। उन्होंने कहा कि आपस में शांति बनाए रखें। यह चुनावी वर्ष है और हम सभी को एकजुट होकर मैदान में उतरना है। 

इस दौरान मंच पर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष विनय कुमार, उपनेता प्रतिपक्ष हर्षवर्धन चौहान, वरिष्ठ नेता गंगूराम मुसाफिर, पांवटा के पूर्व विधायक किरनेश जंग, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कंवर अजय बहादुर सिंह, कांग्रेस महासचिव अजय सोलंकी व प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश अध्यक्ष इकबाल मोहम्मद चौधरी नेता मौजूद रहे। इनमें से किसी भी नेता को मंच से संबोधित करने का मौका नहीं मिला।