Bhopal: हर इंसान कि जिदंगी में एक ऐसा समय आता है। जब उसे अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए बहुत परिश्रम करना पड़ता है और जब उस व्यक्ति का परिश्रम करने का जूनून बढ़ जाता है। तब वह उस मुकाम पर पहुँच ही जाता है। जिसे वह हासिल करना चाहता है और एक दिन व्यक्ति का कठिन परिश्रम और न्यू आइडिया इस पूरी दुनिया को भी सोच में डाल देता है और लोग उसके कारनामें से आश्चर्य चकित हो जाते है।
कहते है अगर इंसान समय की अहमियत समझता है, तो समय भी इंसान की अहमियत समझता है। पैसा अगर एक बार समाप्त हो जाए, तो व्यक्ति दोबारा कमा सकता है पर एक बार गया समय दोबारा वापस नहीं आ सकता।
ज़्यादातर सफल व्यक्तियों में यह ख़ास बात देखी गयी है की वह जल्दी सोते हैं और जल्दी उठते और समय के पाबंद होते। इसलिए अगर आप अपने वक़्त के पाबंद है और अपने वक़्त की अहमियत समझते है, तो आपकी यह अच्छी आदत आपको एक दिन बुलंदियों पर जरूर पहुँचाएगी। जिसका अपने सपना देखा है।
आज हम बात कर रहे है ऐसे व्यक्ति कि जिसने अपनी मेहनत के दम पर ऐसा मुकाम हासिल किया जो कि आज के लोगों के लिए प्रेरणा का कार्य कर रहा है। हम बात कर रहे है इलॉन मस्क कि जो कि स्पेसएक्स, टेस्ला, पेपल जैसी कंपनियों के मालिक है। एलन मस्क ने अपने होसलों से जो लक्ष्य प्राप्त किया वह करोड़ो लोगो के लिए मार्गदर्शन का कार्य कर रहा है।
इलॉन मस्क का प्रारंभिक जीवन
दक्षिण अफ्रीका के प्रिटोरिया में 28 जून 1971 को इलॉक मस्क का जन्म एक सम्पन्न परिवार में हुआ। इलॉन मस्क तीन भाई-बहन है। जिसमें से इलॉन सबसे बड़े है। इलॉन मस्क के पिता जी एक इंजीनियर थे। उनका नाम एरोल मस्क है।
इलॉन मस्क को नौ साल कि आयु में पर्सनल कम्प्यूटर मिला था। छोटी सी उम्र से ही इलॉन बहुत ही प्रतिभाशाली थे। उन्हें प्रोग्रामिंग लेंग्वेज में काफी रूचि थी। अपनी इसी प्रतिभा के चलते सिर्फ 12 वर्ष कि आयु में इलॉन मस्क ने एक कम्प्यूटर गेम ब्लास्टर बना लिया था। जो कि उनके परिवार के लिए बहुत ही आश्चर्य कि बात थी।
इलॉन मस्क ने अपने इस ब्लास्टर को बेच कर उस समय काफी पैसे भी कमाए थे। इलॉन मस्क ने उस समय 500 डॉलर में अपने कम्प्यूटर गेम ब्लास्टर को बेचा था। केवल 17 साल कि ऐज में ही इलॉन मस्क ने अपना घर छोड़ दिया था और अमेरिका चले गये थे। प्रारंभ में इलॉन को अमेरिका जाने नहीं मिला।
इलॉन मस्क 1989 में अपने रिलेटिव के घर में कनाडा में रहते थे। कुछ समय के बाद इलॉन मस्क ने वहॉं कि नागरिकता ले ली। फिर उन्होंने मॉन्ट्रियल में काम करना शुरू किया। उसके बाद 19 साल कि ऐज में इलॉन मस्क ने ओन्टेरियो में क्वींस विश्वविद्यालय में एडमिशन ले लिया।
प्रारंभ में इलॉन मस्क ने प्रिटोरिया के मिडल स्कूल से ग्रेजुएशन किया। उनके घर वालों ने उनके कार्य में सपॉर्ट नहीं किेया। इस वजह से वह अमेरिका में अपना घर छोंड़ कर आ गये। इलॉन मस्क 2 साल तक ओन्टेरियो में रहे। फिर 1992 में वह अमेरिका शिफ्ट हो गये। एक समय में इलॉन मस्क डिप्रेशन के शिकार भी हो गये थे। उसके बाद उन्होने फिलोसॉफी समझी। जिसके बाद उनका मन चेंज हुआ और वह डिप्रेशन से बाहर आ गये।
स्पेस एक्स कम्पनी की शुरुआत कैसे हुई
पेपल (Paypal) में मिली सफलता के बाद इलॉन मस्क का सपना अंतरिक्ष में अपनी किस्मत आजमाना था। वैसे तो इन्हे अंतरिक्ष के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी। लेकिन उन्होने अपने परिश्रम के सहारे धीरे-धीरे अंतरिक्ष की जानकारी लेना शुरू कर दिया।
जानकारी लेने के बाद इलॉन मस्क ने स्पेसएक्स कंपनी (SpaceX Company) कि शुरूआत कर ली। जिसमें उनका उद्देश्य स्पेस ट्रेवल के लिए अंतरिक्ष यान बनाना था और वह मंगल प्लेनेट पर मानव के लिए बस्ती भी बनाना चाहते थे। उनकी यह कंपनी बहुत सफल रही और इन्हें बहुत फायदा भी मिला। इसके बाद इलॉन मस्क कामयाबी के नये शिखर पर पहुँच गये।
टेसला मोटर का शुरुआती दौर
साल 2003 में मार्टिंन एबरहार्ड और मार्क टेरपिंग ने टेस्ला मोटर (Tesla Moter) कि शुरूआत कि थी। इस समय इलॉन म्रस्क ने इस कंपनी का बहुत सपोर्ट किया था। टेसला कंपनी इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicle) का निर्माण करने वाली कंपनी है। 2004 में इलॉन मस्क इस कंपनी का हिस्सा बने। उन्होंने इनके प्रोजक्ट में 70 मिलियन डॉलर का निवेश किया था। इसके बाद इलॉन मस्क को बॉर्ड ऑफ डायरेक्टर के पद से नवाजा गया था।
आज इलॉन मस्क दुनिया के सबसे सफल व्यक्तियों में से एक है। उनकी संपत्ति 212 बिलियन डॉलर कि है जो कि दुनिया में सबसे ज्यादा है। इलॉन मस्क आज दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बन चुके है। उनकी लगन और परिश्रम ने उन्हें आज इस जगह पर पहुँचाया है। लोगों का मानना है कि एलन मस्क एक दिन खरबपति भी बन जाएंगे। जो कि पूरी दुनिया में पहली बार होगा। इलॉन मस्क युवाओं के लिए एक परफेक्ट रॉल मॉडल बन चुकें है।