अगर आप फुटबॉल में थोड़ी बहुत भी दिलचस्पी रखते हैं तो शाह हुजैब की कला से अनजान नहीं होंगे. कश्मीर का यह लड़का अपने जबरदस्त फुटबॉल ट्रिक शॉट्स की वजह से हमेशा सोशल मीडिया पर चर्चा में रहता है. पूर्व भारतीय फुटबॉलर भाईचुंग भूटिया और बॉलीवुड अभिनेता सुनील शेट्टी जैसे सेलेब्स भी उनकी तरीफ में कसीदे पढ़ चुके हैं. अपने टैलेंट के कारण ये युवा ‘इंडियाज गॉट टैलेंट’ के सीजन-9 में शामिल हुआ था.
हाल ही में उन्हें ‘जोश टॉक’ के जरिए युवाओं को मोटिवेट करते हुए देखा और सुना गया. शाह हुजैब की उपलब्धियां यही खत्म नहीं होतीं. उन्हें ‘कश्मीर यंग अचीवर अवार्ड’ से भी सम्मानित किया जा चुका है. इसके अलावा, उनके वीडियोज को दुनिया की कई बड़ी और मशहूर खेल वेबसाइटों ने जगह दी है. इंडिया टाइम्स के साथ एक विशेष बातचीत में, शाह हुजैब ने बताया कि फ्रीस्टाइल फुटबाल ने कैसे उनके जीवन को बदल दिया है.
कश्मीर के बडगाम जिले के चरार-इ-शरीफ में जन्में शाह हुजैब बताते हैं कि उन्होंने 2016 में फुटबॉल खेलना शुरू किया था. शुरुआत में उनकी रुचि क्रिकेट में थी, लेकिन जैसे-जैसे वो बड़े हुए फुटबॉल के करीब होते चले गए. अपने चचेरे भाइयों के साथ फुटबॉल खेलते हुए उन्होंने महसूस किया कि उन्हें यह खेल किसी भी अन्य खेल से ज्यादा पसंद है. अगले दो साल के कड़े अभ्यास के बाद उन्होंने 2018 में फुटबॉल ट्रिक शॉट्स करना शुरू किया.
इस सफर में शाह हुजैब के परिवार ने उनका पूरा साथ दिया और हर कदम पर उन्हें प्रोत्साहित करते रहे. शाह अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहते हैं, ”जुलाई 2016 में, हिजबुल मुजाहिदीन का के टॉप आतंकवादी बुरहान मुज़फ़्फ़र वानी के मारे जाने के बाद राज्य में राजनीतिक अस्थिरता ने जन्म लिया और राज्य में लगाए गए प्रतिबंधों के कारण हम अपने घरों में कैद हो गए. मैं 13 साल के लड़के के रूप में अपने घर तक ही सीमित हो गया था.”
”अपनी बोरियत दूर करने के लिए मैंने अपने घर के यार्ड में फुटबॉल खेलना शुरू कर दिया. सच कहूं तो इसी दौरान मैंने सही मायने में फुटबॉल ट्रिक शॉट्स में महारत हासिल करने का प्रयास किया और अपनी एक अलग स्किल को विकसित करने में सफल हुआ. फुटबॉल ट्रिक शॉट्स सीखने के लिए मैंने यूट्यूब वीडियोज का भी सहारा लिया. दरअसल, मैं ‘ड्यूड परफेक्ट चैनल’ (यूट्यूब चैनल) से प्रेरित था, जोकि एक यूएस-आधारित स्पोर्ट्स एंटरटेनमेंट ग्रुप है और फुटबॉल ट्रिक शॉट के लिए लोकप्रिय है. इसकी मदद से मैंने 400 से अधिक फुटबॉल ट्रिक शॉट्स सेलेक्ट किए और एक-एक करके सबको सीखने की कोशिश की. मैं नियमित रूप से रोजाना घंटों पसीना बहाता रहा.”
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फुटबॉल ट्रिक शॉट्स के बारे में बात करते हुए शाह बताते हैं कि फुटबॉल ट्रिक शॉट्स ऐसे शॉट्स होते हैं जो असंभव लगते हैं और इसके लिए खास स्किल की जरूरत होती है. इनके लिए लगातार अभ्यास, धैर्य और स्थिरता की आवश्यकता होती है. यदि कोई गेंद पर अच्छा कंट्रोल रखता है तो वह सही ट्रिक शॉट्स कर सकता है.
सोशल मीडिया पर अपने वीडियो पोस्ट करने के बारे में बात करते हुए, शाह ने कहा, ” जिस जगह में मैं रह रहा हूं, वहां कोई भी फुटबॉल में दिलचस्पी नहीं दिखा रहा था. यही कारण रहा कि मैंने अपने वीडियोज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करने का फैसला किया. शुरुआत में अच्छी प्रतिक्रिया नहीं मिल रही थी, लेकिन धीरे-धीरे मेरी स्किल को लोगों ने पहचाना और प्रोत्साहित किया. इस सफर में खास बात यह रही कि मैंने अभ्यास नहीं छोड़ा. जैसे ही कोई नई ट्रिक मुझे दिखाई देती मैं उसे सीखना शुरू कर देता. यह सिलसिला अभी भी जारी है.”
शाह हुजैब के लिए दुनिया भर में अपना नाम बनाना इतना आसान नहीं था, लेकिन फुटबॉल के प्रति उनके प्यार और समर्पण ने उन्हें यह मुकाम हासिल करने में मदद की. शाह का दृढ़ विश्वास है कि कश्मीर के युवा देश के लिए एक बड़ी संपत्ति हैं. अगर राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ते हैं तो कश्मीरी युवा हर स्तर पर देश को गर्व के क्षण देने के लिए तैयार हैं. व्यक्तिगत तौर पर वो अपनी स्किल को अधिक से अधिक विकसित करना चाहते हैं ताकि वो अपने आदर्श क्रिस्टियानो रोनाल्डो की तरह फुटबॉल का एक बड़ा नाम बन सकें. उन्हें अपनी कड़ी मेहनत पर पूरा भरोसा है. साथ ही उम्मीद है कि राज्य और केंद्र सरकार उनके इस सपने को पूरा करने में मदद करेगी.
जम्मू कश्मीर के युवाओं के लिए शाह हुजैब एक मिसाल है.