New Army Chief in Pakistan : पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना प्रमुख बाजवा की कथित मुलाकात की खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए दस्तगीर ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन कितनी बार सेना प्रमुख से मुलाकात करता है, प्रधानमंत्री ही अंतिम फैसला करेंगे।
इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ लंदन में रह रहे पूर्व प्रधानमंत्री और बड़े भाई नवाज शरीफ से सलाह-मशविरा करने के बाद नए सेना प्रमुख की नियुक्त पर फैसला करेंगे। मीडिया में आई एक खबर में यह जानकारी दी गई। नवाज शरीफ को नवंबर 2019 में लंदन इलाज कराने जाने की अनुमति दी गई थी, लेकिन वह दोबारा स्वदेश नहीं लौटे। वह तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे और कम से कम चार सेना प्रमुखों की नियुक्ति की। पाकिस्तानी सेना के मौजूदा प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा (61) इस साल 29 नवंबर को सेवानिवृत्ति हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ब्रिटेन की दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के राजकीय अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए शनिवार को लंदन पहुंचे। ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर के मुताबिक अपने लंदन प्रवास के दौरान वह नवाज शरीफ से मुलाकात करेंगे और अगले सेना प्रमुख की नियुक्त को लेकर चर्चा करेंगे। अखबार ने ऊर्जा मंत्री खुर्रम दस्तगीर के हवाले से बताया कि प्रधानमंत्री पाकिस्तान मुस्लिम लीग -नवाज (पीएमएल-एन) के प्रमुख नवाज शरीफ से चर्चा करने के बाद सेना प्रमुख की नियुक्त पर फैसला करेंगे।
इमरान की मांग- नई सरकार करे नियुक्ति
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना प्रमुख बाजवा की कथित मुलाकात की खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए दस्तगीर ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन कितनी बार सेना प्रमुख से मुलाकात करता है, प्रधानमंत्री ही अंतिम फैसला करेंगे। गौरतलब है कि पाकिस्तान में सेना प्रमुख की नियुक्त को लेकर राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक साक्षात्कार में मांग की कि नए सेना प्रमुख की नियुक्त चुनाव के बाद नई सरकार द्वारा की जानी चाहिए।
इमरान पर लगे थे पसंद का आर्मी चीफ नियुक्त करने के आरोप
खान जब स्वयं सत्ता में थे, तब विपक्ष ने उनपर अपनी पसंद के व्यक्ति को सेना प्रमुख बनाने की कोशिश करने का आरोप लगाया था, ताकि वह विपक्षी नेताओं को प्रताड़ित करने के उनके कथित एजेंडे में सहयोग कर सके। वर्तमान सेना प्रमुख तीन-तीन साल के दो कार्यकाल को नवंबर में पूरा कर सेवानिवृत होने वाले हैं। प्रधानमंत्री वर्तमान वरिष्ठ सेवारत लेफ्टिनेंट जनरलों में से किसी को उनका उत्तराधिकारी चुनेंगे। पाकिस्तान में सेना प्रमुख को प्राप्त शक्तियों के चलते उनकी नियुक्ति को लेकर लोगों में बड़ी दिलचस्पी होती है।