‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ फेम शैलेश लोढ़ा एक मशहूर कवि भी हैं, जो अपनी तीखे लहजे वाली पंक्तियों के लिए काफी मशहूर हैं। शैलेश ने एक बार कपिल शर्मा के शो की जमकर खिंचाई की थी। उन्होंने कपिल शर्मा के शो को ‘फूहड़’ तक कह दिया था। उनका यह बयान सोशल मीडिया पर आग की तरह वायरल हो गया था और आज भी समय समय उनके बयान का क्लिप वायरल होता रहता है। लेकिन अब शैलेश ने इस पर सफाई दी है।
शैलेश लोढ़ा ने अपने एक इंटरव्यू में कहा, ‘यह कहानी अलग है। मेंने वह कभी नहीं कहा। मैंने केवल इतना कहा था कि टीवी पर ऐसे शो होते हैं जो अश्लील होते हैं जहां एक दादी लोगों को चूमती है। यह उस कंटेंट के बारे में था। मुझे लगता है कि कॉमेडी करने का एक बेहतर तरीका है। यह कभी किसी शो के बारे में नहीं था। लोगों ने इसे किसी और चीज से जोड़ लिया था। मैंने और कपिल ने एक साथ मंच पर परफॉर्म किया है।’
उन्होंने आगे बताया कि वह एक कार्यक्रम की बजाय पूरे टेलीविजन पर ‘अश्लील’ कॉमेडी शो की श्रेणी की आलोचना कर रहे थे। शैलेश ने कहा, ‘जिस तरह से दिखाया गया। वैसा कुछ नहीं था। मैं टीवी शो में अश्लीलता के बारे में बात कर रहा था जो अब सामने आने लगी है। मैं इसके बारे में बात कर रहा था। मैं व्यक्तिगत रूप से किसी के बारे में बात नहीं कर रहा था। कपिल बहुत अच्छे कलाकार और दोस्त हैं। यह उसके बारे में बिल्कुल नहीं था। मैं भी उनके शो पर गया हूं और वहां पर मैंने कविताओं का परचम लहराया है।
शैलेश लोढ़ा ने कही थी यह बात
बता दें कि शैलेश लोढ़ा ने कपिल शर्मा के शो के लिए कहा था कि मैं कुछ कार्यक्रम देखता हूं तो मुझे शर्म आती है। एक ऐसी दादी है जो हर व्यक्ति को चूमना चाहती है। एक ऐसी बुआ है जो शादी के लिए बेताब है। एक पति जो अपनी पत्नी को प्रताड़ित करता है। मैं उस कार्यक्रम में काम करता हूं, जिसमें एक बेटा हर बात पर अपने बाप के पांव छूता है। एक पोता अपने दादा का सम्मान करता है। हम एक ऐसी सोसाइटी में रहते हैं, जहां हिंदू भी हैं, सिख भी और ईसाई भी हैं।
बता दें कि शैलेश लोढ़ा ने कपिल शर्मा के शो के लिए कहा था कि मैं कुछ कार्यक्रम देखता हूं तो मुझे शर्म आती है। एक ऐसी दादी है जो हर व्यक्ति को चूमना चाहती है। एक ऐसी बुआ है जो शादी के लिए बेताब है। एक पति जो अपनी पत्नी को प्रताड़ित करता है। मैं उस कार्यक्रम में काम करता हूं, जिसमें एक बेटा हर बात पर अपने बाप के पांव छूता है। एक पोता अपने दादा का सम्मान करता है। हम एक ऐसी सोसाइटी में रहते हैं, जहां हिंदू भी हैं, सिख भी और ईसाई भी हैं।