दिल्ली के पटेल नगर इलाके में बहन के साथ छेड़छाड़ का विरोध करने पर तीन लड़कों ने एक 17 साल के नाबालिग किशोर की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। इस दौरान किशोर ने मौके पर ही तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया। पुलिस ने किशोर के पिता के बयान पर हत्या का मामला दर्ज कर दो नाबालिग लड़कों को पकड़ लिया है। परिजनों का आरोप है कि तीसरा आरोपी बालिग है, लेकिन पुलिस जानबूझकर उसे नहीं पकड़ रही है। मूलरूप से गांव मौला, रानीखेत, अल्मोड़ा, उत्तराखंड का रहने वाला नाबालिग, परिवार के साथ कुमाऊ गली, बलजीत नगर में रहता था। इसके परिवार में माता-पिता के अलावा एक 15 साल की छोटी बहन है। नाबालिग के पिता शादीपुर स्थित एक फैक्टरी में काम करते हैं, जबकि उसकी मां घर के पास ही मोबाइल फोन के चार्जर बनाने वाली फैक्टरी में काम करती है।
नाबालिग ने इसी साल 12वीं कक्षा पास करने के बाद पूसा इंस्टीट्यूट में आईटीआई में दाखिला लिया था। इसके साथ ही वह घर के पास एक इंस्टीट्यूट में कंप्यूटर कोर्स करने के अलावा इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स भी कर रहा था। शाम को उसकी क्लास होती थी। रोजाना करीब 9.00 बजे वह वापस लौटता था।
शुक्रवार रात जब वह क्लास के बाद इंस्टीट्यूट से घर जाने के लिए निकाला तो घर से 50 मीटर पहले तीन लड़कों ने उसे घेर लिया। कहासुनी के बाद दो लड़कों ने चाकू निकालकर उसके पेट, कमर, गर्दन व शरीर के बाकी हिस्सों पर वार कर दिए। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।
स्थानीय लोगों ने इंसानियत को किया शर्मसार
नाबालिग के साथ हुई पूरी वारदात गली में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। आरोपी बेरहमी से उस पर चाकू से हमला कर रहे हैं, लेकिन गली से गुजर रहे लोगों को कोई फर्क नहीं पड़ा।
न तो किसी ने उसे बचाने की कोशिश की और न ही आरोपियों को पकड़ने का प्रयास किया। हद तो तब हो गई जब एक व्यक्ति नाबालिग के शरीर को लांघकर अपने घर में दाखिल हो गया।
इकलौते बेटे की मौत के बाद से परिजनों का रोते-रोते बुरा हाल
रात करीब 9.30 बजे एक रिश्तेदार ने घर पहुंचकर जानकारी दी कि बेटे को चाकू मार दिया है, वह बीच सड़क पर अचेत पड़ा है। माता-पिता दोनों रोते हुए मौके पर पहुंचे। वहां लोगों की भीड़ जुटी थी।
माता-पिता उसे अस्पताल ले जाने लगे तो लोगों ने उनको पुलिस केस होने की बात कर रोक दिया। पुलिस मौके पर पहुंची, तब नाबालिग को अस्पताल ले जाया गया। इकलौते बेटे की मौत पर परिजनों का रोते-रोते बुरा हाल है।