NDA की पहली महिला टॉपर बनी शनन ढाका, रच दिया इतिहास, विरासत में मिला देश सेवा का जज्बा

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देश के पहले महिला NDA बैच परीक्षा में शनन ढाका ने टॉप किया है. उनकी ओवरऑल रैंकिंग दसवीं हैं. शनन ने पहले लिखित परीक्षा पास की. उसके बाद पांच दिनों तक चले इंटरव्यू में पास होकर कामयाबी हासिल की. शनन ने ऐसा करते हुए न सिर्फ टॉप किया बल्कि इतिहास भी रच दिया. वो देश की पहली महिला NDA परीक्षा कीं टॉपर बनी हैं. 

गौरतलब है कि गत वर्ष सुप्रीमकोर्ट के आदेश के बाद भारत सरकार ने NDA में लड़कियों के प्रवेश की इजाजत दी थी. लिखित परीक्षा नवंबर 2021 में हुई थी. लिखित परीक्षा में पेपर हल करने के लिए ढाई घंटे का समय दिया गया था. लेकिन, शनन ने महज दो घंटे में पेपर हल कर लिया था. इसके बाद उन्होंने 5 दिन के कड़े इंटरव्यू में अपना हौसला नहीं खोया और अपने बैच की टॉपर बनीं.

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देश सेवा का जज्बा विरासत में मिला

शनन ढाका हरियाणा के रोहतक जिले के गांव सुडाना की रहने वाली हैं. उनकी कामयाबी पर पूरा गांव खुश है. 

 

वहीं शनन को देश सेवा का जज्बा विरासत में मिला है. उनके दादा चंद्रभान ढाका सेना में सूबेदार के पद पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं. उनके पिता विजय कुमार ढाका ने भी सेना में नायक सूबेदार के पद पर रहकर देश की सेवा की. शनन ने भी अपने दादा और पिता से प्रेरित होकर देश सेवा के लिए सेना में जाने का फैसला लिया. 

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शनन की पढ़ाई भी आर्मी स्कूल में हुई. उन्होंने डीयू के लेडी श्रीराम कॉलेज से स्नातक में दाखिला लिया है. इसके साथ ही NDA में महिलाओं के प्रवेश की अनुमति मिलने के बाद उन्होंने NDA परीक्षा के लिए आवेदन भी किया था. 

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वहीं शनन का मानना है कि सेना में काम करना नौकरी नहीं बल्कि देश सेवा है. पहले NDA में लड़कियों का चयन नहीं होता था लेकिन अब अनुमति मिल गई है.