SHANI JAYANTI 2022: राजा हो या रंक शनिदेव करते हैं एक जैसा न्याय

कर्म के अनुसार फल देते हैं शनिदेव

नवग्रहों में से प्रमुख ग्रह शनिदेव को देवता के रूप में पूजा जाता है। शनिदेव व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। अगर कोई बुरे कर्म करता है तो न्याय के देवता शनिदेव उसे ऐसा ही फल देते हैं। जबकि, अच्छे कर्मों के साथ आगे बढ़ने वाले व्यक्ति को शनिदेव (Shani Dev) जीवन के हर कष्टों से बचाते हैं।

शनि देव का आशीर्वाद पाने के लिए शनि जयंती (Shani Jayanti) का दिन सबसे खास माना जाता है। दरअसल, शनि की गिनती क्रूर और पापी ग्रहों में होती है। शनिदेव को दंडाधिकारी के नाम से पुकारा जाता है। शनिदेव व्यक्ति के जीवन पर सीधा असर डालते हैं। शनिदेव किसी व्यक्ति को राजा से रंक बना सकते हैं तो वहीं मेहनत की राह पर चलने वाले जातक को राजा
बना देते हैं। शनिदेव को सूर्य का पुत्र बताया गया है। माना जाता है कि ज्येष्ठ महीने की अमावस्या पर सूर्यदेव और छाया (संवर्णा) के संतान के रूप में शनि देव अस्तित्व में आए।

व्रत से मिलेंगे ये लाभ

शनिदेव का आशीर्वाद पाने के लिए शनि जयंती के दिन व्रत करना महत्वपूर्ण बताया गया है। आज के दिन व्रत करने से कई तरह के लाभ मिल सकते हैं। मान्यता है कि ये व्रत करने से जीवन में आ रही कठिनाइयों का सामना करने का साहस मिलता है और शत्रु पक्ष पर विजय पाने में भी मदद मिलती है। इसके अलावा शनि की साढ़ेसाती मुक्ति और शनिदेव की क्रूर दृष्टि से भी बचाव होता है।

इन उपायों का करें पालन

आज के दिन शनि देव की कृपा पाने के लिए ‘ऊं प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:’ मंत्र का जाप करें। इस दिन सुबह नहाकर पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाकर दिया जलाएं। साथ ही बजरंगबली की आराधना जरूर करें और नकारात्मक प्रभावों से बचे रहने के लिए महामृत्युंजय मंत्र या ॐ नमः शिवाय का जाप जरूर करें। आज के दिन सुंदरकांड का पाठ करना भी हितकारी माना जाता है।