हिंदू पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि पर शनि देव का जन्म हुआ था। इसलिए इस दिन को शनि जयंती के नाम से जाना जाता है। इस पावन दिन शनिदेव की पूजा अर्चना करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। इस बार शनि जयंती 19 मई को मनाई जा रही है। छोटी काशी के नाम से विख्यात मंडी शहर में भी हर वर्ष शनि जयंती महोत्सव को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
शहर के खलियार में स्थित शनिदेव मंदिर में सोमवार से शनि जयंती महोत्सव शुरू हो गया है। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी जवाहर नगर स्थित शनि मंदिर में शनि जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई जा रही है। 15 मई से लेकर 19 मई तक शनिदेव मंदिर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। मंदिर के पुजारी पीतांबर शर्मा ने बताया कि सोमवार से शनिदेव मंदिर में शनि देव की महिमा व विशेष पूजा अर्चना के साथ शनि जयंती महोत्सव शुरू हो गया, जोकि 19 मई तक जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि इस दौरान हर रोज शनिदेव मंदिर में जप और पाठ आयोजित किया जाएगा। संध्याकालीन में शनिदेव की महाआरती.की जाएगी। इसके के साथ ही मंदिर में जागरण भी आयोजन किया जाएगा। 19 मई को शनि जयंती के उपलक्ष्य पर सुबह 11 बजे पूर्णाहुति के साथ कार्यक्रम का समापन होगा। इस दिन विशाल भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा। हर शनिवार को शनि देव मंदिर विशेष पूजा अर्चना की जाती है और तुला दान भी किया जाता है। उन्होंने कहा कि दूर-दूर से भक्त शनि देव मंदिर आते हैं और यहां पर शीश नवाते हैं।
गौरतलब है कि पौराणिक धर्म ग्रंथों के अनुसार हिंदू धर्म में शनिवार का दिन शनि देव की पूजा के लिए समर्पित होता है। लेकिन शनि जयंती का दिन भी शनि देव की पूजा के लिए बहुत खास होता है। शनि जयंती को शनि देव के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। पंचांग के अनुसार शनि देव का जन्म ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि के दिन हुआ था। इसलिए हर साल इसी दिन शनि देव का जन्मोत्सव मनाया जाता है। इस साल शनि जयंती 19 मई 2023 को है। शनि देव भगवान सूर्य और छाया के पुत्र हैं।