साल की अंतिम शनिश्चरी अमावस्या 27 अगस्त 2022 को है। इस दिन दान पुण्य का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। इसलिए जो लोग शनि के अशुभ प्रभावों से प्रभावित है। वह लोग इस दिन नीचे दिए गए पांच कामों में से कोई एक भी कर लेते हैं तो वह शनि की प्रतिकूल प्रभाव से मुक्ति पा सकते हैं।
इन उपायों से करें शनि के अशुभ प्रभावों को कम
1. इस दिन खीर बनाकर किसी गरीब या ब्राह्मण को खिलाएं। ऐसे करने से शनि का अशुभ प्रभाव कम होगा। अगर आप खीर नहीं बना सकते तो आप उड़द दाल की खिचड़ी बनाकर किसी गरीब या ब्राह्मण को खिला सकते हैं।
2. अगर किसी व्यक्ति पर शनि की अंतर्दशा, महादशा, ढैय्या और साढ़ेसाती चल रही है तो शनिश्चरी अमावस्या के दिन लोहे के बर्तन में सरसों का तेल भर ले और उस बर्तन में अपना चेहरा देखें। इसके बाद इस तेल को किसी जरूरतमंद को दे दें। ऐसा करने से शनि के प्रतिकूल प्रभाव को कम किया जा सकता है।
3. शनि के प्रकोप को कम करने के लिए कुछ और सरल उपाय भी है। जैसे आप एक रोटी पर सरसों का तेल लगाकर इसे किसी काले कुत्ते को खिलाएं। शनिवार के दिन काले कुत्ते को रोटी खिलाने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। ऐसे में अगर आप शनिश्चिरी अमावस्या पर ऐसा करते हैं तो आपको अधिक लाभ मिलेगा।
4. शनि के प्रभाव को कम करने के लिए वैसे तो शनि स्तोत्र का पाठ आप हर शनिवार को कर सकते हैं। लेकिन, शनिश्चरी अमावस्या के दिन शनि स्तोत्र का 11 बार पाठ करने से शनि दोष दूर होता है।
5. शनि के प्रभाव को कम करने के लिए अगर आप नीली या नीलम धारण करने का सोच रहे हैं तो शनिश्चरी अमावस्या का दिन बहुत अच्छा है। शनिश्चरी अमावस्या पर इन रत्नों को धारण करना बहुत ही शुभ फलदायी होता है। इससे शनि का प्रतिकूल प्रभाव जल्दी दूर होता है और जीवन में सुख एवं लाभ का आगमन तेजी से होता है।
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नोट : यह तमाम जानकारी जनरुचि को ध्यान में रखकर दी जा रहा है, ज्योतिष और धर्म के उपाय और सलाहों को अपनी आस्था और विश्वास पर आजमाएं। कंटेंट का उद्देश्य मात्र आपको बेहतर सलाह देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।