Shikhar Dhawan: क्या टूट गया ‘दो हंसों का जोड़ा’… दोस्त शिखर धवन के बिना रोहित शर्मा कुछ अधूरे से लगेंगे

Shikhar Dhawan: क्या वाकई शिखर धवन ब्लू जर्सी में अपना आखिरी मैच खेल चुके हैं। क्या वाकई अब चयनकर्ता उनसे परे देखना शुरू कर चुके हैं। क्या वनडे टीम से विदाई के साथ ही शिखर धवन का इंटरनेशनल करियर खत्म समझा जाए।

नई दिल्ली: वो योद्धा था। मैदान पर लड़ता था। हालात कैसे भी हो हंसता था। आईसीसी इवेंट्स में उसका सिक्का चलता था। मूंछों को ताव देकर शॉट लगाता तो कैच लेने के बाद ताल ठोकता था। दुनिया उसे गब्बर कहती थी। मगर अफसोस कि मैदान पर दोबारा गब्बर गिरी शायद ही नजर आए। रोहित शर्मा ने अपना सबसे खास जोड़ीदार खो दिया! क्या धवन-रोहित की जोड़ी अब दोबारा ब्लू जर्सी में साथ नजर नहीं आएगी? ये बातें हवा में नहीं हो रहीं हैं। यूंही नहीं कहा जा रहा कि शिखर ने भारत के लिए अपना आखिरी मैच खेल लिया। दरअसल, अगले साल 3 जनवरी से शुरू हो रही वनडे औऱ टी-20 सीरीज से शिखर धवन का नाम गायब है। धवन टेस्ट टीम से तो पहले ही निकाले जा चुके थे। अब टी-20 के बाद वनडे की बारी आई।

हंसी आती है ऐसे टीम मैनेजमेंट पर तरस आता है ऐसे सिलेक्टर्स और बोर्ड पर। जो प्लेयर महीने भर पहले टीम इंडिया की कप्तानी कर रहा था आज अचानक स्कीम ऑफ थिंग्स से ही बाहर हो गया! शिखर धवन अपनी बिंदास बैटिंग स्टाइल के लिए पहचाने जाते हैं। तूफानी बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं। पूरी ताकत से चौके-छक्के लगाते हैं, लेकिन बीते कुछ साल में धीमे पड़ चुके थे। शिखर धवन का इंटरनेशनल डेब्यू साल 2010 में किया। रोहित शर्मा के साथ मिलकर टीम को कई जीत दिलाई। साल 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी में दोनों की जोड़ी बनी थी, तब से दोनों ने मिलकर कई रिकॉर्ड तोड़े। इस पेयर को सचिन-सौरव या सचिन-सहवाग की जोड़ी से कमतक नहीं आंका जाता था।

मैच वनडे टी-20 टेस्ट
रन 167 68 34
शतक 17 0 7
अर्धशतक 39 11 5

अगले साल यानी 2023 में वनडे का वर्ल्ड कप होना है। ऐसे में साल के पहले ही असाइनमेंट में जगह न मिलना खतरे की घंटी है। लिस्ट में अपना नाम न देखकर धवन मायूस होंगे। बेहद मायूस, क्योंकि वो अगला वर्ल्ड कप खेलना चाहते थे। कई बार कह चुके थे कि 2023 विश्व कप तो खेलूंगा। मगर अब शायद सबकुछ फीका पड़ चुका है। वैसे ये सबकुछ अचानक नहीं हुआ। इस सैड एंडिंग की स्क्रिप्ट काफी पहले ही लिखी जा चुकी थी, बस मुहर बांग्लादेश टूर के दौरान लग गई।
उस वनडे सीरीज में भारत को मुंह की खानी पड़ी थी, लेकिन आखिरी मैच में ईशान किशन ने डबल सेंचुरी ठोक दी। यह वनडे में लगाया सबसे तेज दोहरा शतक था। युवा ईशान ने टीम को वो टेम्पलेट दिया, जिसकी तलाश में पूरा भारत था। इस धमाके के साथ चयनकर्ता भी समझ गए कि ईशान किशन को नजरअंदाज करना बेवकूफी है। वैसे भी लगता नहीं कि शिखर को इस बार ड्रॉप करने के बाद वो अब भी सिलेक्टर्स की पसंद हैं।