Shikhar Dhawan: अगर भारत को अगले साल होने वाले 50 ओवर के वर्ल्ड कप में जीत हासिल करनी है तो शिखर धवन के बारे में सोचना होगा। या फिर शिखर धवन भी धीमी पड़ चुकी अपनी बैटिंग स्टाइल पर काम कर सकते हैं।
नई दिल्ली: बहुत जल्द टीम इंडिया में बड़ी सर्जरी होने वाली है। टी-20 वर्ल्ड कप में हार के बाद कई प्लेयर्स का पत्ता कट जाएगा। वैसे भी बीसीसीआई को अपनी बेंच स्ट्रेंथ पर गर्व है। माना जाता है कि भारत एक साथ 3-3 इंटरनेशनल टीम खड़ी कर सकता है। अगले साल 50 ओवर का वर्ल्ड कप होना है। बावजूद इसके टीम मैनेजमेंट अपनी गलतियों से नहीं सीख रहा। धीमे पड़ चुके शिखर धवन को टीम से बाहर निकालने की बजाय कप्तान बनाया जा रहा है। युवा खिलाड़ियों की फौज के बावजूद लगातार आजमाया जा रहा है।
बीते दशकों में सबसे सुस्त ओपनर
एक वक्त था जब शिखर धवन टीम के सबसे आक्रामक बल्लेबाज माने जाते थे। आईसीसी टूर्नामेंट में सफलता का दूसरा नाम रहे धवन अब उतने असरदार नहीं रहे। बल्ले से चौके-छक्के नहीं निकल रहे। एक ओपनर का काम पावरप्ले में तेज शुरूआत देना होता है, लेकिन साल 2000 के बाद सामने आया एक रिकॉर्ड आपका चौंका देगा। धवन भले ही साल 2022 में 40.12 की औसत से रन बना रहे हो, लेकिन उनका स्ट्राइक रेट सिर्फ 75.79 है, जो बीते दशकों में किसी भी ओपनर का सबसे घटिया प्रदर्शन है।
इस रिकॉर्ड पर भी नजर डालिए
2007 वर्ल्ड कप के बाद एक कैलेंडर ईयर में कम से कम 500 रन बनाने वाले भारत के सबसे खराब स्ट्राइक रेट वाले बल्लेबाजों की लिस्ट देखिए। 28 पारियां खेलने के बाद पूर्व कप्तान सौरव गांगुली 71.93 की खराब स्ट्राइक रेट से रन बना रहे हैं। ये गांगुली के करियर का आखिरी दौर था। वह अपने सबसे खराब फॉर्म से गुजर रहे थे। उम्र हो चुकी थी। फॉर्म साथ नहीं था, ऐसे में खेलने की जिद्द ने उन्हें इस गर्त में धकेला था। मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा भी 2008 में ऐसे ही शर्मनाक प्रदर्शन कर रहे थे।
करियर का स्ट्राइक रेट काफी बेहतर
5 दिसंबर को 37 साल के होने वाले शिखर धवन की इमेज एक एग्रेसिव खब्बू बल्लेबाज की हुआ करती थी। 2010 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विशाखापट्टनम में इंटरनेशनल डेब्यू करने वाले इस बल्लेबाज ने 164 एकदिवसीय मैच की 161 पारियों में 6775 रन बनाए हैं। 143 उनका सर्वोच्च स्कोर रहा है। 44.86 की करियर एवरेज के साथ वह 91.54 की स्ट्राइक रेट भी रखते हैं। 17 शतक, 39 अर्धशतक बना चुके इस अनुभवी खिलाड़ी को गियर बदलना ही होगा।