उपमंडलकी एक महिला पूनम ने पुलिस पर अश्लील हरकतें व मारपीट के आरोप जड़े है। महिला की शिकायत पर उपायुक्त सिरमौर ने पुलिस अधीक्षक को जांच के आदेश दिए हैं। मामले को लेकर डीएसपी ( हेडक्वार्टर) मीनाक्षी को जांच का जिम्मा सौंपा गया है।
महिला ने उपायुक्त सिरमौर को दी शिकायत में बताया कि 31 जनवरी को दोपहर करीब 3 बजे एक महिला व एक पुरुष उसके कमरे में आए और उसे गालियां व धमकियां देने लगे। महिला के अनुसार दोनों ने कोर्ट में चल रहे केस को वापस लेने का दबाव बनाया। ऐसा न करने पर जान से मारने की धमकी दी।
महिला ने बताया कि इसके बाद आरोपियों ने पुलिस को फोन किया। एसएचओ शिलाई के नेतृत्व में लेडी कांस्टेबल सहित पुलिस मौके पर पहुंची। महिला ने आरोप लगाया कि पुलिस जबरदस्ती उसे थाने ले गई। यहां उससे मोबाइल छीन लिया गया। इसके बाद पुलिस वालों ने महिला के साथ मारपीट करना शुरू कर दी। महिला का कहना है कि पुलिस ने उसे गालियां दी, साथ ही कपड़े भी फाड़े। महिला ने पुलिसवालों पर अश्लील हरकतें करने के भी आरोप जड़े हैं।
महिला का कहना है कि उसने पुलिस से प्रार्थना की कि आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। लेकिन पुलिस वालों ने उसकी एक नहीं सुनी। महिला ने कहा कि उन्हें अंदेशा है कि पुलिस वाले भी मिले हुए है। जिस कारण वह दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं कर रहे है।
उधर पुलिस अधीक्षक रमन कुमार मीणा ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि महिला पूनम की शिकायत मिलने के बाद आरोपों को गंभीरता को देखते हुए जांच का जिम्मा डीएसपी (हेडक्वार्टर) मीनाक्षी को सौंपा गया है। पीड़ित महिला के बयान दर्ज किए गए है। पीड़ित महिला का शारीरिक परीक्षण नाहन मेडिकल कॉलेज में करवाया गया है ताकि स्पष्ट हो सके कि शरीर पर चोटें किस चीज से लगी है। उन्होंने बताया कि थाना शिलाई के परिसर में लगे CCTV कैमरे का भी विश्लेषण किया जाएगा। प्रभारी थाना शिलाई द्वारा इस घटना के संदर्भ में लिए गए सभी अभिलेख जांच का विषय होंगे।
वहीं सोमवार को शिलाई क्षेत्र की महिलाओं का एक प्रतिनिधि मण्डल भी पुलिस अधीक्षक से मिला। प्रतिनिधिमंडल द्वारा भी पूनम के विरुद्ध एक शिकायती पत्र सौंपा गया है। जिसमें महिलाओं द्वारा पूनम पर गंभीर आरोप लगाए हैं। जिसकी जांच भी उप-पुलिस अधीक्षक को सौंपी गई है। शिकायतकर्ता पूनम के पति ने भी उसके विरुद्ध एक लिखित शिकायत पत्र थाना शिलाई में दिया है। प्रथम दृष्टया में मामला किराएदार व मकान मालिक के बीच मकान खाली करने को लेकर हुए आपसी विवाद का प्रतीत हो रहा है। मामले में गहनता से जांच की जा रही है।