प्रदेश में 2500 और जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में करीब 250 डॉक्टर रोजाना डेढ़ की घंटे की हड़ताल कर रहे थे। ऐसे में सुबह 9:30 से 11 बजे तक मरीजों को उपचार नहीं मिल रहा था।
शिमला जिले के पीएचसी, सीएचसी और अन्य सरकारी अस्पतालों में आज से (12 अक्तूबर) मरीजों को उपचार के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। सरकार ने डॉक्टरों की मांगें मान ली हैं। मांगें मानने के बाद मंगलवार को हिमाचल प्रदेश चिकित्सक अधिकारी संघ ने पेन डाउन हड़ताल भी खत्म कर दी। चिकित्सक हर रोज डेढ़ घंटे कामकाज ठप कर विरोध जता रहे थे। चिकित्सकों के हड़ताल खत्म करने से अब बुधवार को ओपीडी और ऑपरेशन थियेटर में सामान्य रूप से कामकाज होगा।
प्रदेश में 2500 और जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में करीब 250 डॉक्टर रोजाना डेढ़ की घंटे की हड़ताल कर रहे थे। ऐसे में सुबह 9:30 से 11 बजे तक मरीजों को उपचार नहीं मिल रहा था। चिकित्सक 11 बजे के बाद ही ओपीडी में आकर कामकाज संभालते थे। चिकित्सक पांच दिन से रोजाना यह हड़ताल कर रहे थे। संघ के पदाधिकारियों ने सोमवार शाम को बैठक करके मंगलवार को प्रधान सचिव स्वास्थ्य सुभाशीष पंडा से मिलने का निर्णय लिया था।
इसके बाद मंगलवार दोपहर दो बजे के करीब हिमाचल प्रदेश चिकित्सक अधिकारी संघ (एचएमओए) के प्रदेशभर से आए प्रतिनिधिमंडलों ने प्रधान सचिव स्वास्थ्य से सचिवालय में मुलाकात की। 20 मिनट की बैठक के दौरान चिकित्सकों ने अपनी मांगों को उनके समक्ष रखा। प्रधान स्वास्थ्य सचिव ने चिकित्सकों की मांगों को गंभीरता से सुना और शीघ्र उनका निपटारा करने की बात कही।
एचएमओए के महासचिव डॉ. दुष्यंत ठाकुर ने हड़ताल वापस लेने की जानकारी दी है। बैठक में संघ के अध्यक्ष डॉ. अनुपम बधन, उपाध्यक्ष डॉ. राजेश राणा, कोषाध्यक्ष डॉ. प्रवीण चौहान, संयुक्त सचिव डॉ. हितेन बनियाल, जिला शिमला इकाई अध्यक्ष डॉ. दीपक कैंथला, महासचिव डॉ. योगराज, मंडी इकाई अध्यक्ष डॉ. विकास ठाकुर, महासचिव डॉ. विजय राय, डॉ. भरत भूषण, डॉ. सुमेश शर्मा, डॉ. चेतन चौैहान और डॉ. राहुल गुप्ता मौजूद रहे।
ग्रेड पे का 150 फीसदी मिलेगा मानदेय
संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि अनुबंध पर चयनित चिकित्सकों को ग्रेड पे का 150 फीसदी मानदेय कुछ चिकित्सकों को नहीं मिला है। सरकार से मांग की कि इसे शीघ्र ही एरियर के साथ बहाल किया जाए। प्रधान सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि इसे जल्द बहाल किया जाएगा। कोषाध्यक्ष अधिकारी से जवाब-तलब भी किया जाएगा कि आखिर इसे देने में इतनी देरी क्यों हुई? इसे एक से दो दिन में बहाल किया जाएगा। बैठक में 4-9-14 टाइम स्केल को लेकर भी चरचा हुई।