कई वर्षों से फीस स्ट्रक्चर को बिना अप्रूव करवाए विद्यार्थियों को करवा रहा था कोर्स, विद्यार्थियों से की जा रही थी मनमानी फीस वसूली।
हिमाचल प्रदेश के एक बड़े निजी शिक्षण संस्थान पर हिमाचल प्रदेश निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग का डंडा चला है। आयोग ने शिमला के एक निजी संस्थान में अनियमितताएं पाए जाने पर बड़़ी कार्रवाई की है। आयोग ने संस्थान पर 25 लाख का भारी जुर्माना किया है। बताया जा रहा है कि संस्थान बीते कई वर्षों से फीस स्ट्रक्चर को बिना अप्रूव करवाए विद्यार्थियों को कोर्स करवा रहा था। इस दौरान संस्थान डिग्री कोर्स के लिए विद्यार्थियों से मनमानी फीस भी वसूल रहा था। ऐसे में आयोग ने उक्त संस्थान पर यह कार्रवाई की है। आयोग के अध्यक्ष मेजर जनरल रिटायर्ड अतुल कौशिक ने इसकी पुष्टि की है। यह भी बताया जा रहा है कि राज्य में 4 और अन्य ऐसे संस्थान हैं, जहां एचएम और टूरिज्म के कोर्स यूजीसी के नाॅर्म्स के मुताबिक नहीं चल रहे हैं। 4 साल के डिग्री कोर्स को 3 साल के लिए चलाया जा रहा है, ऐसे में आयोग इन संस्थानों की जांच कर रहा है। निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग अध्यक्ष मेजर जनरल रिटायर्ड अतुल कौशिक का कहना है कि ऐसे सस्थानों के कोर्स को लेकर जांच जारी है। अनियमितताएं पाए जाने पर इनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ सहन नहीं किया जाएगा।