जल शक्ति उप मंडल कोटी जुन्गा के अधीन ठियोग विकास की छः पंचायतों को लाने का इस क्षेत्र के लोगों ने विरोध किया है। इसको लेकर छः पंचायतों के प्रतिनिधियों ने फागू में एक आपातकालीन बैठक की तथा मुद्दे को प्रदेश सरकार के साथ उठाने की रणनीति बनाई गई।
बता दें कि कसुपंटी निर्वाचन क्षेत्र के अधीन ठियोग विकास खंड की छः पंचायतें सतोग, धरेच, मखड़ोल, देहना, चियोग और बणी फागू पंचायते आती हैं। कसुपंटी भाजपा मंडल अध्यक्ष जितेन्द्र भोटका ने बताया कि सरकार बदलते ही इन पंचायतों की पेयजल और सिंचाई योजनाओं को ठियोग जलशक्ति उपमंडल से कोटी स्थानांतरित किए जाने के बारे में कवायद आंरभ हो गई है, जोकि तर्कसंगत नहीं है। भाजपा इसका डटकर विरोध करेगी। ठियोग में सभी विभागों के कार्यालय कार्यरत है और इन पंचायतों से ठियोग सबसे नजदीक पड़ता है। केवल पेयजल और सिंचाई योजनाओं को कोटी उपमंडल के अधीन लाना उचित नहीं है।
वहीं, पंचायत प्रतिनिधियों ने सरकार से यह भी मांग की है कि गिरि खडड से शिमला को लिफ्ट किए जाने वाले पानी को थरमटी टैंक से इन पंचायतों को प्रदान किया जाए। इसके बारे में चुनाव के दौरान इस क्षेत्र के विधायक एवं ग्रामीण विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने लोगों से वादा भी किया गया था।
इस दौरान बैठक में मखड़ोल पंचाय की प्रधान उमा झीना, बणी पंचायत की सीमा वर्मा, देहना पंचायत की कंचन सनैईक, सतोग पंचायत के प्रधान शावणु राम आजाद, उप प्रधान संदीप शर्मा, केदार मोटका, रूपराम राजटा, राहुल ठाकुर, दिवेश शर्मा और धरेच पंचायत के पूर्व प्रधान शिवराम मौजूद रहे।