शिमला से धर्मशाला और मनाली के लिए वोल्वो बसों को हरी झंडी दिखाने के बाद खास बातचीत के दौरान परिवहन मंत्री बिक्रम ठाकुर ने यह जानकारी दी।
शिमला शहर में हिमाचल पथ परिवहन निगम की सिर्फ इलेक्ट्रिक बसें ही चलेंगी। शिमला को पूरी तरह स्मार्ट सिटी बनाने के लिए सभी डीजल बसों को चरणबद्ध तरीके से हटाया जाएगा। शिमला से धर्मशाला और मनाली के लिए वोल्वो बसों को हरी झंडी दिखाने के बाद ‘अमर उजाला’ से खास बातचीत के दौरान परिवहन मंत्री बिक्रम ठाकुर ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रिक बसों के सुगम संचालन के लिए शिमला में आधारभूत ढांचा विकसित किया जा रहा है। इसी कड़ी में एचआरटीसी की तारादेवी वर्कशाप में 3.60 करोड़ की लागत से आधुनिक इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन और वर्कशाप तैयार की जाएगी। ढली, ओल्ड बस स्टैंड और आईएसबीटी में लगे इलेक्ट्रिक बसों के चार्जिंग स्टेशनों की क्षमता बढ़ाई जाएगी। मौजूदा समय में शहर में 50 इलेक्ट्रिक बसें चल रही हैं, जिनमें 25 बड़ी और 25 छोटी बसें हैं। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत 25 अतिरिक्त इलेक्ट्रिक बसें शिमला को मिलने वाली हैं। इनमें से एक बस का शिमला में सफल ट्रायल किया जा चुका है। इसी माह यह 25 बसें शिमला पहुंच जाएंगी।