Shivam Mavi: भारतीय टीम को 2018 में अंडर-19 वर्ल्ड कप में जिताने वाले शिवम मावी अपनी पहली ही सीरीज में छा गए। राजकोट के एससीए स्टेडियम में उन्होंने बैट-बॉल नहीं बल्कि फील्डिंग से कमाल दिखाया।
राजकोट: वर्ल्ड कप चैंपियन, चोटों के झटके और ड्रीम डेब्यू… ये कहानी है शिवम मावी की, जिन्होंने अपनी डेब्यू सीरीज में ही इंडियन टीम में अलग छाप छोड़ी। अगर 24 साल के मावी को श्रीलंका के खिलाफ टी-20 सीरीज की खोज कहा जाए तो गलत नहीं होगा। वैसे तो शिवम मावी एक तेज गेंदबाज हैं, लेकिन साथ-साथ ये भी बता दिया कि वो लोअर ऑर्डर में लंबे छक्के लगा सकते हैं और फील्डिंग में पूरी जान लगाते हुए असंभव कैच लपक सकते हैं।
बैट-बॉल-फील्डिंग सब में हावी
यूपी के शिवम मावी ने 2018 में भारतीय टीम को अंडर-19 वर्ल्ड कप दिलाने में अहम रोल अदा किया था। फिर तुरंत ही इंजर्ड हो गए। दोबारा फिटनेस हासिल की औरआईपीएल में केकेआर के लिए धमाल मचाया। मुंबई में खेले गए पहले टी-20 में सिर्फ 22 रन देते हुए चार विकेट झटके। अगले मैच में महंगे साबित हुए तो बल्ले से योगदान दिया। विपरित हालातों में 15 गेंद में ताबड़तोड़ 26 रन कूटे। राजकोट में आखिरी मैच में बैटिंग-बोलिंग के मौके नहीं मिले, तो बाउंड्री पर हैरतंगेज कैच लपका।
ऐसे लिया दौड़ते हुए कैच
शिवम मावी ने चरिथ असलंका की पारी एक शानदार कैच से किया। मैच की दूसरी पारी का 10वां ओवर लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल डाल रहे थे। असलंका को ऑफ स्टंप के बाहर गेंद फेंकी, जिसे लेफ्ट हैंडर बैटर ने हवा में खेला। बॉल बाउंड्री के बाहर छक्के के लिए जा रही थी, लेकिन स्वीपर कवर से अपनी बाईं ओर दौड़ लगाते हुए मावी ने एक शानदार कैच लपककर बता दिया कि वह कितने बेहतरीन ऐथलीट हैं। इस कैच के बाद श्रीलंका का टॉप ऑर्डर लड़खड़ा गया।
भारत के 228/5 के विशाल स्कोर के जवाब में दासुन शनाका की पूरी टीम 16.4 ओवर में 137 रन पर आउट हो गई। टॉप-5 खिलाड़ी में से चार ने कुछ बेहतरीन शॉट्स के साथ पारी की शुरुआत की, लेकिन कोई भी पिच पर टिकने में कामयाब नहीं हुआ। चरिथ असलंका (19) और धनंजया डी सिल्वा (22) ने 20 गेंदों में 33 रनों की साझेदारी कर स्कोरिंग रेट को बढ़ाया। तभी मावी का यह जोरदार कैच आया। इस तरह श्रीलंका ने 91 रन के अंतर से मैच और सीरीज भी गंवाई।