मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुबह सात बजे अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि मैं हमीदिया रोड से शहजहांनाबाद होते हुए आया। सड़कों की इतनी दुर्गति होगी मेरी कल्पना नहीं थी। राजधानी की यह हालत है तो बाकी जगह क्या हो रहा होगा?
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार रात को भोपाल की सड़कों का जायजा लिया। देश-दुनिया में मध्यप्रदेश की सड़कों की वाहवाही करने वाले शिवराज का सच से सामना हुआ तो नाराज हो गए। उन्होंने जर्जर हो चुकी सड़कों को लेकर बुधवार सुबह सात बजे लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) और नगर निगम के अधिकारियों की बैठक बुलाई। जर्जर और गड्ढों में तब्दील हो चुकी सड़कों पर नाराजगी जाहिर की। जल्द से जल्द मरम्मत के निर्देश देते हुए उन्होंने रेस्टोरेशन नहीं करने वाले ठेकेदारों पर कार्रवाई करने को कहा।
मुख्यमंत्री जब सड़कों पर उतरे तो उनका सच से सामना हुआ। वह इतना भड़क गए कि सुबह-सुबह बैठक बुला ली। उन्होंने अफसरों पर बरसते हुए कहा कि राजधानी की यह हालत है तो बाकी जगह क्या होगा? शिवराज ने कहा कि मैं मंगलवार रात को भोपाल की सड़कों पर निकला था। हमीदिया रोड से शाहजहांनाबाद होते हुए आया। सड़कों की इतनी दुर्गति होगी मेरी कल्पना नहीं थी। यह रोड किसके पास है? जब अधिकारी कोई जवाब नहीं दे सके तो सीएम ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि जब प्रदेश की राजधानी के यह हालात है, तो बाकी जगह की क्या स्थिति होगी? मुझे सड़कों की हालत देखकर बहुत बुरा लगा। उन्होंने अधिकारियों को प्रभावी तरीके से काम करने को कहा। साथ ही कहा कि 15 दिन बाद दोबारा सड़कों पर समीक्षा बैठक करेंगे।
ठेकेदारों की लापरवाही, बारिश ने बढ़ाई परेशानी
सितंबर तक रूक-रूककर बारिश होती रही। इससे शहर की अधिकतर सड़कें गड्ढों में तब्दील हो गई। वहीं, 28 सड़कें पानी, सीवेज की पाइप लाइन समेत अन्य काम के लिए खोदी गई। उनका रेस्टोरेशन ही ठीक से नहीं किया गया। इससे वह जर्जर हालत में है। इसे लेकर पीडब्ल्यूडी और नगर निगम के बीच लंबे समय से पत्र व्यवहार हो रहा है और सड़क सुधारने खानापूर्ति की जा रही है।