हिमाचल में यह कहा गया था कि मंदिरों को आठ तारीख को खोल दिया जाएगा जिसके चलते जहाँ सोलन शहर वासी खुश थे कि उन्हें माता का आशीर्वाद लेने का अवसर मिलेगा वहीँ मंदिरों के आस पास बनी दुकानदारों को भी आस जगी थी कि उनका व्यवसाय आरम्भ हो जाएगा लेकिन मंदिर न खुलने से उन्हें भी बेहद हताशा हाथ लगी | आप को बता दें कि जून माह सोलन शहर वासियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि इन दिनों शूलिनी माता अपने बहन से मिलने उनके मंदिर जाती है | माता के नाम पर जून माह के अंत में शूलिनी मेला मनाया जाता है लेकिन कोरोना के कारण अब सब कुछ स्थगित करना पड़ इस महीन में पिछले काफी वर्षों से सोलन में आस्था का सैलाब उमड़ता था | भक्त पूरे भारत वर्ष से सोलन में माता शूलिनी के दर्शन करने आते थे | लकिन अब सभी मायूस नज़र आ रहे हैं |
इस मौके पर मंदिर के पुजारी आचार्य अभिषेक शर्मा और भक्तों ने कहा कि उन्हें आशा थी कि आठ तारीख को मंदिर के कपाट खुल जाएंगे लेकिन प्रदेश सरकार ने एहतियातन नहीं खोला है जिसको लेकर उन्हें थोड़ी मायूसी हुई कि अभी वह शूलिनी माता का आशीर्वाद नहीं ले पाएंगे | उन्होंने यह भी कहा कि लेकिन जो कदम प्रदेश सरकार उठा रही है वह सभी के हित में है इस लिए हमें और संयम रखने की आवश्यक्ता है | उन्होंने जिला प्रशासन से आग्रह भी किया कि जून माह में माता की डोली शहर में निकलती है इस लिए उन परम्पराओं में कोई भी बदलाव नहीं आना चाहिए | सभी सोलन वासी चाहते है कि माता की डोली उसी शानो शौकत से निकले जैसे पहले निकलती थी | उन्होंने कहा कि सारा सोलन माता शूलिनी के आशीर्वाद से सुरक्षित है और भविष्य में भी यही कामना करते है |