उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के उसहैत थाना इलाके के गांव सथरा में सोमवार देर शाम सपा नेता एवं पूर्व जिला पंचायत सदस्य राकेश गुप्ता (58), उनकी पत्नी शारदा (55) और मां शांतिदेवी (80) की घर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। दो बाइकों पर आए चार बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया। घटना की वजह पुरानी रंजिश बताई जा रही है। परिजन की तहरीर पर पुलिस ने गांव के ही रविंद्र दीक्षित, उसके बेटों सार्थक अर्चित एवं चालक विक्रम उर्फ विक्की और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। इनमें से रविंद्र, सार्थक व एक अन्य पुलिस हिरासत में हैं। उसहैत के पूर्व ब्लॉक प्रमुख राकेश गुप्ता के छोटे भाई पूर्व ब्लॉक प्रमुख राजेश गुप्ता पास के गांव गए थे। वहां से उन्होंने राकेश गुप्ता को कॉल की। कॉल रिसीव नहीं हुई तो उन्होंने पड़ोसी को घर भेजा। उसे घर का दरवाजा अंदर से बंद मिला।
उसने किसी तरह छत पर चढ़कर अंदर देखा तो होश उड़ गए। घर में तख्त के नजदीक राकेश गुप्ता का शव, जबकि मां का शव रसोईघर में पड़ा था। उनकी पत्नी का शव चारपाई पर था। घर में हर तरफ खून बिखरा था। देर रात आईजी रमित शर्मा ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लिया। जांच के लिए लखनऊ से स्पेशल टीम भी बुलाई गई है।
हैरानी : गोली चली, किसी ने नहीं सुनी
घर में तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई, लेकिन मोहल्ले के एक व्यक्ति ने भी गोली चलने की आवाज नहीं सुनी। आशंका है कि तीनों को नजदीक से गोली मारी गई या फिर साइलेंसर पिस्टल का इस्तेमाल किया गया।
कई दिनों से रेकी कर रहे थे हत्यारे
पुलिस के मुताबिक हत्यारे कई दिन से राकेश की रेकी कर रहे थे। अनुमान लगाया जा रहा है कि उन्हें पूरी तरह से पता था कि घर में कौन-कौन मौजूद है और राजेश गुप्ता कहां गए हुए हैं। हमलावरों ने इस हत्याकांड को अंजाम देने का समय भी देर शाम चुना।
उस वक्त मोहल्ले के लोग अपने-अपने घरों में मौजूद थे। राकेश गुप्ता भी गेट पर बैठने के बाद अपने घर चले गए थे। इस हत्याकांड के दौरान घर में केवल राकेश गुप्ता, उनकी बीमार पत्नी और बुजुर्ग मां मौजूद थीं। उनके अलावा घर में चौथा व्यक्ति नहीं था।
परिजनों ने गांव के एक व्यक्ति से पुरानी रंजिश बताई है। जांच के लिए टीमें लगा दी हैं। फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया है। -डॉ. ओपी सिंह, एसएसपी