India vs New Zealand: भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में भारतीय ओपनर शुभमन गिल का जलवा देखने को मिला। गिल ने इस मैच में जोरदार दोहरा शतक बनाया, इसी सिलसिले में उनका एक ऐसा मैच याद आता है, जिसे वह खुद कभी याद नहीं रखना चाहेंगे।
ये दौर था साल 2020 का। तीन साल पहले जनवरी में मोहाली के आईएस बिंद्रा स्टेडियम में पंजाब और दिल्ली का मुकाबला जारी था। ये चौथे राउंड का मैच था। शुभमन अपनी घरेलू टीम पंजाब की ओर से खेल रहे थे, लेकिन मैच के पहले ही दिन बवाल हो गया, जब आउट होने के बाद उन्होंने मैदान छोड़ने से ही इनकार कर दिया। दरअसल, मैच में पंजाब ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की। गिल और सनवीर सिंह ने ओपनिंग का मोर्चा संभाला।
दूसरे ही ओवर में सनवीर चलते बने और जल्द ही शुभमन गिल भी आउट हो गए। उन्हें विकेट के पीछे कीपर ने लपका था, लेकिन शुभमन अंपायर के इस फैसले से नाखुश दिखे और क्रीज छोड़ने से इनकार कर दिया। शुभमन ने मैदान से बाहर जाने से इनकार कर दिया। अंपायर मोहम्मद रफी से गाली-गलौज की। यह रफी का बतौर अंपायर पहला मैच था। ऐसे में दबाव में आकर उन्होंने लेग अंपायर से बात की और फैसले को पलट दिया।
अंपायर को दबाव में डालकर फैसला पलटवाना विरोधी टीम दिल्ली को कतई पसंद नहीं आया। बोलर्स ने तो गेंदबाजों से ही इनकार कर दिया। पूरी टीम अपनी कप्तानी नीतिश राणा की लीडरशीप में मैदान से बाहर चले गई। आखिरकार मैच रेफरी पी. रंगनाथन ने बीच-बचाव कर मैच दोबारा शुरू करवाया। तब तक शुभमन गिल टीम इंडिया में डेब्यू कर चुके थे। दो मैच खेल चुके थे, लेकिन इस जीवनदान के बावजूद वह बड़ी पारी नहीं खेल पाए। तब 20 साल के रहे शुभमन गिल सिमरजीत सिंह का शिकार हुए। 41 गेंद में 23 रन पर उनका कैच अनुज रावत ने पकड़ा।