सिद्धू के माता-पिता ने जारी की चेतावनी, बोले- बेटे का गाना रिलीज किया तो लेंगे लीगल एक्शन

मशहूर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की 29 जून को निर्मम हत्या कर दी गई थी। यह ऐसी घटना थी, जिसने पूरे देश में न केवल उनके फैंस को बल्कि पूरी इंडस्ट्री को भी दहला दिया था। 28 साल की उम्र में पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री ने अपना एक ऐसा सितारा खो दिया, जो अपने गाए गानों से सबका दिल जीत लेता था। जहां सभी उनके निधन के गम में डूबे हैं, वहीं अपने इकलौते बेटे को खो चुके माता-पिता का भी रो-रोकर बुरा हाल है। उनका दर्द किसी की भी मायूसी से बहुत ही बड़ा है, जिससे बाहर निकल पाना बहुत ही मुश्किल है। इन सबके बीच उनके सोशल मीडिया अकाउंट से उनके माता-पिता द्वारा एक चेतावनी जारी की गई है, जो काफी वायरल हो रही है।
म्यूजिक प्रोड्यूसर्स को चेतावनी
दुख की इस भयावह स्थिति में भी कुछ लोग ऐसे जरूर होंगे, जो सिद्धू का नाम भुनाकर फाएदा उठाने की सोचेंगे। ऐसे लोगों का सोचकर सिंगर की टीम ने उनके आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट से सिद्धू के माता-पिता की तरफ से एक चेतावनी जारी की है। इस चेतावनी में उन्होंने सिद्धू के किसी भी ट्रैक को शेयर या लीक करने से सख्त मना किया है। इंस्टाग्राम स्टोरी पर साझा की गई पोस्ट में लिखा गया कि ‘हम उन सभी म्यूजिक प्रोड्यूसर्स से जिनके साथ सिद्धू ने काम किया था, उनसे हमारी विनती है कि सिद्धू का कोई भी पूरा या अधूरा ट्रैक कहीं भी शेयर/ रिलीज करने से बचें।’
मां के साथ सिद्धू मूसेवाला
अब पिता ही सब चीजों के जिम्मेदार
जारी की गई चेतावनी में आगे कहा गया कि ‘ अगर सिद्धू का कोई भी ट्रैक लीक हुआ तो हम उससे जुड़े शख्स के लिए एक्शन लेंगे। आगामी आठ जून को सिद्धू के भोग के बाद उनसे जुड़ा सारा कंटेंट उनके पिता को सौंप दें। उनके पिता के अलावा सिद्धू का कंटेंट उनके किसी रिश्तेदार और दोस्तों को भी न सौंपा जाए। सिद्धू के पिता ही अब उनकी हर चीज का फैसला करेंगे।’

Sidhu Moose Wala murder Case

ऐसे हुआ था सिद्धू का मर्डर
आपको बता दें कि मशहूर पंजाबी गायक, रैपर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की रविवार शाम ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई थी। हमलावर दो कारों में सवार होकर आए थे। हत्याकांड को उस समय अंजाम दिया गया, जब सिद्धू अपनी थार गाड़ी से दो साथियों के साथ मानसा के गांव जवाहरके के रास्ते गांव खारा-बरनाला जा रहे थे। हत्या से एक दिन पहले ही पंजाब सरकार ने उनकी सिक्योरिटी हटाई थी।