Due to Corona, the festival of Durga Ashtami was celebrated in a simple way, worshiping Kanjaka, and singing hymns, praising Durga Maa

नवरात्रों में माता शूलिनी के मंदिर में लगे चांदी के किवाड़

शूलिनी माता  मंदिर आने वाले भक्तों , को  नवरात्रों में अब माता शूलिनी का मंदिर, नए नए स्वरूप में दिखेगा। ऐसा हम इस लिए कह रहे है क्योंकि  मंदिर  के दरवाजे  अब आम किवाड़ नहीं है  ,बल्कि  माता शूलिनी में आस्था रखने वाले भक्त ने गुप्त दान के माध्यम से इसे चांदी के दरवाजों में परिवर्तित कर दिया है।  अब माता शूलिनी चांदी के दरवाज़ों में रहेंगी।  यह दरवाजे माता शूलिनी की शोभा को और भी चार चाँद लगा रहे है।  प्रत्येक वर्ष माता शूलिनी का श्रृंगार ,गुप्त दान के माध्यम से  किया जाता है। इसलिए माता शूलिनी का मंदिर प्रत्येक वर्ष भव्य और सुंदर होता जा रहा है।  

माता शूलिनी के भक्तों ,  विकास ओबरॉय   सतीश बंसल ने इस मौके पर ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा कि माता शूलिनी का मंदिर पहले भी बहुत खूबसूरत था लेकिन अब किसी भक्त ने मंदिर के किवाड़ चांदी के बना दिए है।  जो देखने में बहुत भव्य और सुंदर लग रहे है। चांदी के किवाड़ों से माता के मंदिर की खूबसूरती पहले से भी बहुत अधिक बढ़ गई है।  जिसे देख कर वह बेहद खुश है। उन्होंने कहा कि माता शूलिनी में आस्था रखने वाले भक्त जिस ने यह गुप्त दान किया है माता उस की प्रत्येक इच्छा पूरी करे वह यह कामना करते है।  उन्होंने कहा कि कल से माता शूलिनी के नवरात्रे आरम्भ हो रहे है। जिसके लिए वह सभी को बधाई देते हैं।  उन्होंने कहा कि माता शूलिनी के मंदिर में चांदी के किवाड़ लगना सुख समृद्धि के संकेत है और ऐसा प्रतीत होता है कि जल्द ही विश्व में आई विपदा भी खत्म होने वाली है।