Simon Doull Exclusive: ऋषभ पंत टैलेंट की खान, लेकिन मैं सिलेक्टर होता तो संजू को चुनता, वह हीरा हैं: साइमन डूल

Simon Doull On Rishabh Pant vs Sanju Samson: जो काम टीम इंडिया के सिलेकटर्स, कप्तान, कोच नहीं कर पा रहे हैं वह न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटर साइमन डूल ने खुलकर कहा है। उन्होंने कहा कि पंत टैलेंटेड हैं, लेकिन संजू हीरा हैं। मैं होता तो उन्हें ही चुनता।

36 रन पर ढेर कोहली सेना (3)
नई दिल्ली: न्यूजीलैंड के पूर्व टेस्ट गेंदबाज साइमन डूल शायद ही किसी परिचय के मोहताज हैं। कॉमेंट्री के चलेत डूल कई साल से अपने वतन न्यूजीलैंड से ज्यादा वक्त भारत में भी बितातें हैं और भारतीय क्रिकेट की बारीकियों को भी बहुत ध्यान से समझते हैं। उनसे जब ऋषभ पंत, संजू सैमसन से लेकर भविष्य के बड़े स्टार माने जाने वाले उमरान मलिक के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बड़ी बेबाकी से जवाब दिए। केएल राहुल को लेकर भी उन्होंने अपनी बात रखी तो टीम इंडिया के अप्रोच पर भी खुलकर बात की। नवभारत आइम्स ऑनलाइन से हुई खास बातचीत के कुछ महत्वपूर्ण अंश देखते हैं..

साइमन डूल भारत-न्यूजीलैंड श्रृंखला तो समाप्त हो गई है, लेकिन भविष्य के नजरिये से आप कैसे देखते हैं भारतीय क्रिकेट को?
मुझे लगता है कि भारत यहां कुछ जवाबों की तलाश में आया था। एक दिवसीय टीम के बारे में कुछ बातें जानने के लिए। कुछ खिलाड़ियों की क्षमता मापने के लिए कि क्या वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए तैयार हैं। मुझे यकीन नहीं है कि उन्हें बहुत सारे जवाब नहीं मिल पाए हैं, लेकिन उन्होंने शायद यह पता लगा लिया है कि वॉशिंगटन सुंदर जब फिट हो तो वो प्लेइंग 11 में जरूर होने चाहिए, उन्हें पता चल गया है कि शुभमन गिल टॉप ऑर्डर में बहुत अच्छे हैं और वह केएल सहित कई बड़े बल्लेबाजों को चुनौती दे सकते हैं। रोहित शर्मा को इस लिस्ट से अलग रखूंगा। उमरान मलिक को भारतीय मैनेजमेंट ने आजमा लिया है। मैं उन्हें इस दौरे के लिए पासिंग मार्क दे रहा हूं, क्योंकि मुझे लगता है कि उनके पास वास्तविक क्षमता है और वह अपने करियर में आगे और बहुत कुछ सीखेंगे। इन तीन खिलाड़ियों के अलावा मुझे लगता नहीं है कि भारत को ज्यादा कुछ इस दौरे पर सीखने को मिला, क्योंकि ये पूरा दौरा बारिश ने खराब कर दिया।

भारतीय टीम को लेकर आलोचना होती है वे काफी धीमी बल्लेबाजी कर रहे हैं, चाहे वह टी20 हो या वनडे.. इससे आप कितना हैरान हैं?
मुझे लगता है कि तीसरा वनडे निश्चित रूप से कंजर्वेटिव क्रिकेट की डिमांड कर रहा था, क्योंकि वह विकेट सीम कर रहा था, पिच पर घास थी और अगर वे उस मैच में और अधिक कंजर्वेटिव होते तो मुझे लगता है कि पारी के अंत में हाथ में विकेट रखने से भारतीय टीम को फायदा होता। हां, ऑकलैंड वनडे में टीम इंडिया थोड़ी कंजर्वेटिव थी, वैसे मैं कुछ हद तक समझ सकता हूं कि शुभमन टीम में अपने पैर जमाने की कोशिश कर रहे हैं। अगर वह टीम में स्थायी होते हैं तो वो शायद थोड़ी और आजादी के साथ खेलेंगे और स्वतंत्र रूप से स्कोर करने की कोशिश करेंगे। जहां तक शिखर की बात है तो शायद इस समय वो शीर्ष 2-3 सलामी बल्लेबाजों की लिस्ट से बाहर हैं, इसलिए वह भी शायद शुभमन जैसे हालात का सामना कर रहे हैं। ऐसे में मेरे मन में उनके खेलने के तरीके को लेकर कोई सवाल नहीं होगा लेकिन मैं वास्तव में उन लोगों से सवाल नहीं करने जा रहा हूं जो रन स्कोर करने की कोशिश कर रहे हैं। वनडे टीम में शिखर ने कमबैक किया है, इसलिए मैं उसके बारे में अत्यधिक आलोचना नहीं करना चाहता हूं।

भारत के पास हर पोजीशन पर कई विकल्प हैं। इस वजह से कई बार चयनकर्ता सिलेक्शन को लेकर भ्रमित भी हो जाते हैं। आप इससे कैसे निपटते हैं?
मुझे लगता है कि वे इस समय खोज करने की कोशिश कर रहे हैं। अगर आप देखे कि टीम में किस-किस की जगह पक्की है। रोहित शर्मा एक, तीन नंबर पर विराट और फिर मिडिल ऑर्डर में हार्दिक, और फिर मुझे लगता है कि वाशिंगटन या जडेजा में से एक का खेलना पक्का है। फिर जसप्रीत बुमराह, अर्शदीप भी टीम में होंगे। भारत को अभी भी तलाश है कि अच्छा कीपर कौन है, क्या यह ऋषभ है या संजू हैं, वे ऋषभ को अधिक से अधिक अवसर देने जा रहे हैं। संजू को बांग्लादेश नहीं ले जाना एक बड़ी बात है, क्योंकि उनके वनडे करियर की शुरुआत असाधारण थी और उनके रिकॉर्ड ऋषभ से काफी बेहतर हैं। इस समय संजू का औसत 60 का है और ऋषभ का 34 है। इन दोनों को लेकर आईपीएल तक कोशिश करना जारी रखेंगे।

ऋषभ पंत बनाम संजू सैमसन एक बड़ा मुद्दा है। ऋषभ पंत असाधारण प्रतिभा हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में खुद को साबित किया है, लेकिन इसे टी20 और वनडे में वह असफल रहे हैं। आप इस सैमसन-पंत की बात से कैसे निपटते हैं?
ऋषभ को आईपीएल तक समय देंगे। इसके बाद मैचों मैं संजू को मौके देना चाहूंगा। मैं देखना चाहूंगा कि वो कैसा खेलते हैं और सिलेक्टर्स को इन लोगों से कहना भी होगा कि देखिए हम आप में से किसी एक को ही टीम में लेने जा रहे हैं, क्योंकि हमारे पास एक केएल राहुल हैं, बैकअप कीपर हो सकते हैं। हमें घर पर टीम में दो कीपर की जरूरत नहीं है, इसलिए आप में से जो अच्छा प्रदर्शन करेगा वही टीम में आएगा। ऋषभ को बेहतर होना होगा। इंग्लैंड के खिलाफ शतक लगाना बहुत-बहुत सुखद था, लेकिन मैं चाहता हूं कि वह अपने विकेट को थोड़ा और महत्व दें। उन्हें थोड़ा ध्यान देने की जरूरत है। ऋषभ के पास प्रतिभा है, लेकिन संजू भी कम नहीं हैं। मुझे नहीं पता कि कीपिंग में दोनों के बीच क्या अंतर है, मैं विकेट कीपिंग विशेषज्ञ नहीं हूं, लेकिन दोनों ही काबिल हैं। वैसे मैं संजू का समर्थक हूं।

आप अपने जमाने में तेज गेंदबाज रहे हैं। उमरान मलिक के बारे में आपके क्या विचार हैं। आप अभी तक के उनके प्रदर्शन को किस तरह आंकते हैं और आपको लगता है कि वह किस फॉर्मेट में बेहतर करेंगे?
इस समय टी20 शायद सबसे अच्छा प्रारूप है…। यहां सीखने के काफी कुछ है। वह भी सीखेगो। 50 ओवर के विश्व कप में सर्वश्रेष्ठ तीन गेंदबाज बुमराह, अर्शदीप और शमी हैं। फिर चौथे के रूप में हार्दिक और फिर दो स्पिनर… इस तरह मैं अपनी भारतीय टीम चुनूंगा। अभी वर्ल्ड कप में समय है तो उमरान मलिक को भारत के लिए खेलने के लिए और मौके मिल सकते हैं। आईपीएल में हजारों की भीड़ के बीच में परफॉर्म करा वह सीख गए हैं, लेकिन अभी बहुत कुछ बाकी है। उनका इस्तेमाल 50 ओवर के क्रिकेट में न्यूजीलैंड फर्ग्यूसन की तरह हो सकता है। जरूरी नहीं कि वह डेथ ओवर्स में बॉलिंग करें। जरूरी यह भी नहीं कि पूरे 10 ओवर करें, लेकिन सबसे महत्वूपर्ण है कि वह विकेट कितना निकालते हैं। वह बहुत अच्छे हैं, लेकिन उन्हें अभी भी काफी विभागों में काम करने की जरूरत है।