साहब! नशे में पति मारता-पीटता था… धनंजय अच्छा लगा तो इन लोगों ने हत्या कर दी

आरोपी ने पत्नी को बताया कि धनंजय की पिटाई कर उसके घर जाने वाली ट्रेन में बैठा दिया लेकिन संदेह होने पर विवाहिता ने घटना की सूचना धनंजय के भाई रंजय को कॉल करके दे दी थी। उनके चंडीगढ़ आकर पुलिस में शिकायत देने के बाद मामला उजागर हुआ है।

सांकेतिक तस्वीर।
सांकेतिक तस्वीर।

साहब! नशे में पति मुझे मारता-पीटता था… बच्चे होने के बाद भी आदत नहीं सुधरी तो अलग होने का फैसला कर लिया था। इस दौरान 21 वर्षीय धनंजय का व्यवहार अच्छा लगा और वह मदद भी करने लगा था। उसके साथ जीवन की नई शुरुआत करने और पति से अलग होने का फैसला कर लिया था। इस बीच पति ने ससुराल वालों के साथ मिलकर धनंजय की हत्या ही कर दी। यह बयान एक विवाहिता ने पुलिस को दिया है। अभी तक इस हत्याकांड में आरोपित पति समेत उसके एक साथी की तलाश हैं।

बता दे कि मोरानी के जंगल में धनंजय का शव पुलिस ने बीती शुक्रवार को बरामद किया था। इसके बाद गिरफ्तार चार आरोपियों को जिला अदालत में पेशकर चार दिन का रिमांड हासिल किया गया था। अभी तक आरोपी महिला कमलेश (सास), रिश्तेदार राजबहादुर, अनुज उर्फ अमरनाथ और संजय को गिरफ्तार कर लिया हैं। जबकि, आरोपी पति नेमपाल और विजयपाल की तलाश जारी है।

विवाहित और बेटे के नाम खोला बैंक खाता
पुलिस के अनुसार शालू का पति कथित रुप से शराब पीने का आदी बताया गया है। ऐसे मे शालू उससे अलग होना चाहती थी। धनंजय उसे अच्छा आदमी लगा था जो उसके बच्चों की भी देखभाल करता था। उसने शालू और बच्चों के लिए बैंक खाता भी खोल रखा था। धनंजय के साथ शालू के रिश्ते की जानकारी पाकर उसके पति और मां एवं अन्यों ने इस वारदात को अंजाम दिया था।

यह है मामला 
मूलरूप से बिहार के औरंगाबाद निवासी 21 वर्षीय धनंजय चार साल से चंडीगढ़ के मौलीजागरां में रहता था। वह एक फैक्ट्री में काम करता था। उसका पड़ोस में रहने वाली एक विवाहिता के साथ प्रेम संबंध हो गए। चार बच्चों की मां को लेकर धनंजय जयपुर भाग गया था। दो महीने बाद वापस आकर पंचकूला के गांव बुढ़नपुर में रहने लगा। 28 सितंबर 2022 को मौलीजागरां आए धनंजय पर विवाहिता के पति नेमपाल की नजर पड़ गई। उसे जबरन उठाकर अपनी सास कमलेश के घर लाकर टार्चर कर विवाहिता को दूसरे दिन सुबह घर पर बुलवाया।

इस तरह की हत्या  
29 सितंबर 2022 की सुबह 10 बजे आरोपी नेमपाल, संजय, राजबहादुर, अनुज और विजयपाल ऑटो में बैठाकर धनंजय को मोरनी के जंगल में लेकर गए। वहां सभी ने शराब पीने के बाद धनंजय के सिर पर पत्थर से ताबड़तोड़ हमला कर शव जंगल में छिपाकर वापस आ गए। घर आकर आरोपी ने पत्नी को बताया कि धनंजय की पिटाई कर उसके घर जाने वाली ट्रेन में बैठा दिया लेकिन संदेह होने पर विवाहिता ने घटना की सूचना धनंजय के भाई रंजय को कॉल करके दे दी थी। उनके चंडीगढ़ आकर पुलिस में शिकायत देने के बाद मामला उजागर हुआ है।