संगड़ाह-रेणुका जी-नाहन मार्ग पर गत 24 अप्रैल को एक ट्रक के गुजरने से ध्वस्त हुए दनोई पुल का काम लगभग 40 फीसदी पूरा हो गया है। ये पुल उस समय ध्वस्त हो गया था, जब चूना पत्थर से लदा ट्रक पुल पर से गुजर रहा था। पुल के टूटने से उपमंडल संगड़ाह व साथ लगती पांच दर्जन पंचायतों का संपर्क जिला मुख्यालय नाहन से कट गया था।
श्री रेणुका जी बांध परियोजना में समाने से पहले ही 24 अप्रैल की रात को‘दनोई पुल’ ने दम तोड़ दिया था। भगवान परशुराम की जन्मस्थली से मां भंगयाणी मंदिर की कनेक्टिविटी भी टूट गई थी। पुल के टूटने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। हालांकि लोकनिर्माण विभाग द्वारा अस्थाई सड़क बनाकर मार्ग को वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल कर दिया था।
उधर, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने तीन हफ्तों में पुल को तैयार करने के निर्देश दिए थे। क्षेत्र में चल रही पांच चूना खदानों व आधा दर्जन फैक्ट्री से निकलने वाले लोडिड ट्रक इस पुल के टूटने का मुख्य कारण बताए गए।