नाहन : सिरमौर के ट्रांसगिरि क्षेत्र की कमरऊ पंचायत के मुनाणा गांव के रहने वाले अंकुश तोमर ने नेशनल गेम्स में गोल्ड मेडल हासिल कर हिमाचल को गौरवान्वित किया। मां भारती की सेवा के साथ-साथ अंकुश खेलों में भी अपनी काबलियत का लोहा मनवा रहा है। अंकुश की इस सफलता से क्षेत्र में खुशी की लहर है। परिवार बेटे की इस सफलता से खासा खुश है।
दरअसल, अंकुश तोमर भारतीय सेना के 18 ग्रेनेडियर्स का जवान है। सेना सर्विसेज की ओर से खेलते हुए अंकुश ने रोइंग (Rowing) स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता है। अंकुश ने बातचीत में बताया कि 3 साल से वह रोइंग की तैयारी कर रहे हैं। चूंकि इससे पहले किसी भी राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग नहीं लिया था, लिहाजा यह जुनून था कि पहली बार में ही राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर कुछ बड़ा करना है। इसी जुनून के साथ प्रतियोगिता में भाग लिया और सेना सर्विसेज की ओर से खेलते हुए रोइंग (Rowing) स्पर्धा गोल्ड मेडल जीता।
अंकुश एक साथ दो जिम्मेदारियां निभा रहा है। पहली जिम्मेदारी परिवार की है तो दूसरी मां भारती की रक्षा करने की। अंकुश इन दोनों जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रहा है। अंकुश ने बताया कि उनके अलावा परिवार में कोई भी सदस्य सरकारी नौकरी में नहीं है। परिवार में भाई-बहन व माता-पिता सहित कुल 9 सदस्य है।
उन्होंने बताया कि इस ख़ुशी के अवसर को वह परिवार के साथ सेलिब्रेट करना चाहते थे, लेकिन छुट्टियां न होने के कारण घर नहीं आ पाए। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय सेना व अपने माता-पिता को दिया है। इन दिनों अंकुश पुणे में तैनात है। अंकुश 2018 में सेना भर्ती हो गया था। गांव से ही दसवीं की शिक्षा ग्रहण की। इसके बाद बॉयज स्कूल पांवटा साहिब से जमा दो की परीक्षा पास की। पहली बार में ही सेना में भर्ती हो गए थे।
बता दें कि नेशनल गेम्स में हिमाचल के चंबा जिला की सीमा ने भी स्वर्ण पदक जीता है। वहीं हिमाचल की महिला कबड्डी टीम ने भी प्रतियोगिता में जीत का परचम लहराते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया। कुल मिलाकर नेशनल गेम्स में हिमाचल के खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन रहा।