#Sirmour : कोलर पहुंचा लंपी वायरस, पशुपालक ने वीडियो जारी कर खोली बिगड़े हालात की पोल

नाहन, 25 अगस्त : पशुओं में तेजी से फैल रहा लंपी वायरस पशुपालकों के लिए चिंता का विषय बन गया है। हिमाचल भी इस वायरस से अछूता नहीं रहा है। बीमारी की चपेट में आने से रोजाना पशु दम तोड़ रहे हैं। सिरमौर के नैनाटिक्कर में सबसे पहले संक्रमण के लक्षण देखने को मिले थे।

ताजा घटना में कोलर में दुधारू पशुओं में रोग के लक्षण दिख रहे हैं। पशुपालक प्रेम प्रकाश अपने स्तर पर विभाग से गुहार लगा चुके हैं। कोई हल निकलता न देख उन्होंने सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज़ करवाई। हेल्पलाइन से उन्हें आश्वासन मिला कि शिकायत पर 10 से 15 दिन में कार्रवाई होगी।

जागरूक पशुपालक ने पशु की बिगड़तीे हालत की पोल एक वीडियो के माध्यम से खोली है

प्रेम प्रकाश की मानें तो करीब 5 दिन से गाय बीमार है। दूध देना तो दूर वो चारा इत्यादि भी नहीं खा रही है। उनके पास मात्र एक जर्सी नस्ल की दुधारू गाय है, जिसको लेकर वो गहरी चिंता में हैं। उन्होंने बताया कि पशु चिकित्सा केंद्र कोलर में पशुओं के इलाज के लिए कोई चिकित्सक नहीं है।

यहां तक की दवाई भी बाहर से खरीदनी पड़ रही है। गाय में रोग के लक्षण दिखने के बाद प्रेम प्रकाश ने पशुपालन विभाग नाहन से संपर्क किया। लेकिन विभाग की और से जवाब मिला कि उनके पास सीमित स्टाफ है, जिनको फील्ड में भेजना संभव नहीं है। उन्होंने चिंता जाहिर की कि इलाज के अभाव में पशु की जान के खतरे को भांपते हुए स्थानीय विधायक से भी गुहार लगा चुके हैं।

प्रेम प्रकाश ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि एक तरफ तो सरकार ने वायरस को महामारी घोषित किया है और दूसरी तरफ संक्रमण को लेकर न तो विभाग गंभीर है और न ही सरकार। उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि वो किस मंच पर जाकर गुहार लगाएं।

उन्होंने कहा कि सीएम हेल्पलाइन पर मिले आश्वासन से भी वो संतुष्ट नहीं हैं। समस्या अगर बिजली, पानी या अन्य होती तो 10-15 दिन इंतजार किया जा सकता था। लेकिन महामारी एक गंभीर समस्या है, जिसका तुरंत समाधान जरूरी है। उन्होंने प्रदेश सरकार से वायरस की गंभीरता को देखते हुए गांव-गांव पशु जांच के साथ वैक्सीन उपलब्ध करवाने की मांग की है।

प्रेम प्रकाश के साथ कोलर के पशुपालक अनिता ठाकुर, जोगिंद्र, मधु बाला, श्यामा, मुकेश व मनोज इत्यादि के दुधारू पशु भी बीमार हैं, जिनको शीघ्र डॉक्टरी जांच की आवश्यकता है।

बता दें कि हिमाचल में संक्रमण के चलते 24 घंटों के भीतर करीब 57 पशुओं की मौत हो चुकी है।