Manish Sisodia Latest News : दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के विरोध में आम आदमी पार्टी आज BJP कार्यालय पर प्रदर्शन करने जा रही है। आप सरकार के सामने कई चुनौतियां पैदा हो गई हैं। सिसोदिया के पास आधे से ज्यादा विभाग थे। मुश्किल यह है कि अब सरकार कैसे चलेगी, केजरीवाल को अपने पार्टी प्लान को भी रोकना पड़ सकता है। 2024 से पहले AAP की मुश्किल बढ़ गई है।
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के नेता पहले से मानकर चल रहे थे कि डेप्युटी चीफ मिनिस्टर मनीष सिसोदिया को सीबीआई गिरफ्तार कर सकती है। हालांकि कथित शराब नीति घोटाले में सिसोदिया की गिरफ्तारी से आम आदमी पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। दरअसल, 33 में से 18 सरकारी विभाग संभाल रहे सिसोदिया न सिर्फ अकेले अपने कंधों पर सरकार की जिम्मेदारी उठा रहे थे बल्कि पूरा कामकाज संभालने की उनकी दक्षता के चलते ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली-पंजाब से बाहर भी पार्टी के विस्तार पर ध्यान दे पा रहे थे। सिसोदिया की तुलना में केजरीवाल कैबिनेट के दूसरे मंत्रियों- कैलाश गहलोत, गोपाल राय, इमरान हुसैन और राजकुमार आंनद के पास उतनी जिम्मेदारी नहीं है। वैसे, गहलोत छह पोर्टफोलियो देख रहे हैं, जिसमें परिवहन और राजस्व शामिल हैं। आनंद के पास चार, राय के पास तीन और हुसैन के पास केवल दो हैं।
CM केजरीवाल के पास कोई विभाग नहीं
केजरीवाल ने कभी कोई पोर्टफोलियो नहीं लिया और पार्टी पॉलिटिक्स पर ही पूरा ध्यान दिया है। इसके पीछे बड़ी बात यह थी कि उनके डेप्युटी ने ही सरकार की कमान संभाल रखी थी। सिसोदिया स्कूल, अस्पताल से लेकर वित्त, योजना और दूसरे क्षेत्रों के कार्यक्रमों को देख रहे थे। जब पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को मनी लॉन्ड्रिंग केस में पिछले साल मई में गिरफ्तार किया गया तो केजरीवाल ने उनकी जिम्मेदारी भी किसी और पर नहीं डाली। सीएम ने जैन का पूरा कामकाज अपने डेप्युटी को ही ट्रांसफर कर दिया।
आगे क्या होगा
अब सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या केजरीवाल किसी दूसरे मंत्री को उनके डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी सौंपेंगे? या फिर वह सिसोदिया और जैन की जगह नया चेहरा लाएंगे? अगले कुछ दिनों में इस सवाल का जवाब मिल जाएगा।