Six Airbags Feature: कार मैन्यूफैक्चर्स यूरोप, यूएस, जापान, कोरिया, चाइना और आस्ट्रेलिया में जो कारें बेच रहे हैं उनमें से 78 फीसदी से ज्यादा कारों में 6 एयरबैग के साथ सारे सेफ्टी फीचर्स दिए जा रहे हैं। जबकि यहां पर सिर्फ लग्जरी कारों में ही उच्च स्तर के सेफ्टी फीचर्स दिए जा रहे हैं।
विदेशों में बेच रही 6 एयरबैग वाली कारें
कार कंपनियां ब्राजील और अर्जेंटीना में जिन कारों को एक्सपोर्ट कर रही हैं उन सब में 6 एयरबैग उपलब्ध करा रही हैं। वहीं कारें जब भारत में बेची जा रही हैं उनमें 2 से 4 एयरबैग ही दिए जा रहे हैं। इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के मुताबिक, विदेशों में जहां कार कंपनियां अपनी कारें बेच रही हैं वहां नियम कानून बहुत सख्त हैं। अगर कंपनियों को अपनी कारें बेचनी हैं तो उन्हें कार में सारे सेफ्टी फीचर देने होते हैं। जबकि भारत के मामले में ऐसा नहीं है। इसलिए कंपनियां यहां ये सेफ्टी फीचर नहीं दे रही हैं।
भारत में सिर्फ लग्जरी कारों में ही मिल रहे सेफ्टी फीचर
कार मैन्यूफैक्चर्स यूरोप, यूएस, जापान, कोरिया, चाइना और आस्ट्रेलिया में जो कारें बेच रहे हैं उनमें से 78 फीसदी से ज्यादा कारों में 6 एयरबैग के साथ सारे सेफ्टी फीचर्स दिए जा रहे हैं। जबकि भारत की बात की जाए तो यहां पर सिर्फ लग्जरी कारों में ही उच्च स्तर के सेफ्टी फीचर्स दिए जा रहे हैं। इसके लिए भी लोगों को टाॅप वैरियंट लेना पड़ता है। इसके नीचे के सेगमेंट में भी सारे सेफ्टी फीचर्स नहीं मिलते हैं।
एयरबैग की वजह से बच रहीं लोगों की जान
रोड ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री के मुताबिक, कारों में एयरबैग अनिवार्य किए जाने के बाद से लोगों की काफी जान बची है। आंकड़े बताते हैं कि साल 2020 में एयरबैग के चलते 13,022 लोगों की जान बची है।
इस तरह बढ़ाई जा सकती है कारों की सेफ्टी
एक्सपर्ट बताते हैं कि भारत में कारों में सेफ्टी फीचर्स बढ़ाने के दो तरीके हैं। पहला तरीका है कि कारों की डिजाइन में क्रैश टेस्ट के हिसाब से बदलाव किया जाए। कार का मैटेरियल अपग्रेड किया जाए। हालांकि ऐसा करने पर कारों के रेट 35 हजार रुपये तक बढ़ जाएंगे। वहीं दूसरा तरीका है कि कारों में चार एयरबैग और शामिल किए जाएं। इसकी काॅस्ट छह हजार रुपये के करीब आएगी।