SL vs PAK: 22 साल के अब्दुल्ला शफीक से हारा श्रीलंका, पाकिस्तान ने गाले टेस्ट में रचा इतिहास

Sri Lanka vs Pakistan, 1st Test: पाकिस्तान ने पहले टेस्ट में श्रीलंका के खिलाफ अविश्वसनीय जीत हासिल की। टीम के 22 साल के बल्लेबाज अब्दुल्ला शफीक ने श्रीलंका के जबड़े से जीत छीन ली। 4 विकेट से जीत हासिल कर पाकिस्तान ने दो मैच की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है।

 
Abdullah Shafique
गाले: श्रीलंका ने जब पाकिस्तान (SL vs PAK) के सामने गाले टेस्ट की चौथी पारी में 342 रनों का लक्ष्य रखा तो उसकी जीत पक्की दिख रही थी। इस मैदान पर अभी टेस्ट में 270+ स्कोर चेज नहीं हुआ है, लेकिन श्रीलंका और जीत के बीच में आ गए 22 साल के अब्दुल्ला शफीक (Abdullah Shafiq)। अपना छठा ही टेस्ट मैच खेल रहे सलामी बल्लेबाज शफीक ने क्रीज पर खूंटा गाड़ दिया और पाकिस्तान को 4 विकेट से जीत दिला दी।

टेस्ट करियर की सबसे बड़ी पारी खेली
अब्दुल्ला शफीक 160 रन बनाकर नाबाद रहे। यह उनकी टेस्ट करियर की सबसे बड़ी पारी है। उन्होंने पिछले साल बांग्लादेश के खिलाफ अपना पहला टेस्ट खेला था। पाकिस्तान को मैच का 5वें दिन 120 और रनों की जरूरत थी। वहीं श्रीलंका को और 7 विकेट चाहिए थे। श्रीलंका को तीन ही विकेट मिले और पाकिस्तान ने लक्ष्य हासिल कर लिया। शफीक ने अपनी पारी में सिर्फ एक छक्का और 7 चौके शामिल थे। कप्तान बाबर आजम ने 55 और मोहम्मद रिजवान ने 40 रनों की पारी खेली। श्रीलंका के खिलाड़ियों ने शफीक के दो आसान कैच भी गिरा दिए।

मैच का हाल
पहली पारी में दिनेश चांदीमल के 76 रनों की बदौलत श्रीलंका ने 222 रन बनाए। पाकिस्तान के 112 रन पर 8 विकेट गिर गए थे। इसके बाद बाबर आजम के शतक ने टीम को 218 रनों तक पहुंचा दिया। दूसरी पारी में श्रीलंका ने अच्छी बल्लेबाजी की। चांदीमल ने 94 और कुसल मेंडिस ने 76 रन बनाकर टीम को 337 रनों तक पहुंचा दिया। श्रीलंका के लिए दूसरा ही टेस्ट खेल रहे बाएं हाथ के स्पिनर प्रभात जयसूर्या ने एक बार फिर कमाल की गेंदबाजी की। उन्होंने पहली पारी में 5 और दूसरी पारी में 4 विकेट लिए। उनके दो टेस्ट में 21 विकेट हैं।

पाकिस्तान का दूसरा सबसे बड़ा रन चेज
यह टीम का टेस्ट क्रिकेट इतिहास में पाकिस्तान दूसरा सबसे बड़ा रन चेज है। इससे पहले टीम ने श्रीलंका के खिलाफ ही पल्लेकेले में 2015 में 377 रन का लक्ष्य हासिल किया था। पाकिस्तान ने चौथी बार 300+ का लक्ष्य हासिल किया है, इसमें तीन बार श्रीलंका ही विपक्षी टीम थी।