शिमला :हिमाचल प्रदेश में जहाँ लगातार प्रदेश सरकार से कर्मचारी खुश नहीं नज़र आ रहे है,हिमाचल प्रदेश सरकार 2555 SMC पीरियड बेसिस अध्यापको हिमाचल प्रदेश के विभिन्न तथा दुर्गम क्षेत्रों के विद्यालयों में विगत दस वर्षो से SMC ( GIA ) पीरियड बेसिस अध्यापक अपनी निरंतर सेवाएं दे रहे हैं । SMC अध्यापकों की नियुक्ति पूर्व में रही भाजपा सरकार ( भाजपा सरकार द्वारा ही वर्ष 2012 में की गई थी । SMC अध्यापकों की नियुक्ति शिक्षा निदेशक तथा उप शिक्षा निदेशक की परमिशन से की गई है । सभी 2555 SMC अध्यापकों का चयन उप मण्डलाधिकारी ( SDM ) की अध्यक्षता में बनी कमेटी द्वारा हुआ था ।
जिसमें विषय विशेषज्ञ के साथ स्कूल के प्रधानाचार्य बतौर सचिव तथा स्कूल प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष को रखा गया था । सभी SMC अध्यापकों की नियुक्ति R & P नियमों के तहत हुई है । जिसमें सभी शिक्षक टेट पास रखे गए हैं । Date 28-11-202l SMC अध्यापको से पूर्व भी हजारों अस्थाई भर्तियों पूर्व में रही सरकारों ने प्रदेश में की है जिसमें दिया उपासक ग्रामीण विद्या उपासक PTA अध्यापक प्राथमिक सहायक अध्यापक ( PAT ) पैरा अध्यापक ( PARA ) उर्दू और पंजाबी पीरियड बेसिस अध्यापक आदि । परन्तु उपरोक्त सभी श्रेणियों के अध्यापकों को सरकार ने स्थाई नीति के अंतर्गत लाया गया । परन्तु 2555 SMC अध्यापक भी आपकी सरकार से नियमित होने की आस लगाए बैठे है । SMC अध्यापकों की पॉलिसी को सर्वोच्च न्यायालय ने भी सही ठहराया है ।
SMC अध्यापक संघ के सालाहकार कुलदीप ठाकुर का कहना है सरकार की दृढ इच्छा शक्ति दिखाकर 2555 SMC अध्यापकों को नियमित करके राहत प्रदान करें ।अतः 2555 SMC अध्यापकों को भी शीघ्र अतिशीघ्र PTA , PAT , PARA अध्यापकों की तर्ज पर नियमित करके हमारे भविष्य को सुरक्षित करने का कार्य करें ।पूरे प्रदेशभर में SMC अध्यापक संगठन 2012 से आज तक सरकार की प्रतिक्रिया का इंतज़ार कर रहा है । हमारी एक मात्र मांग नियमितीकरण की है इस मांग को जल्द पूरा किया जाए, अन्यथा SMC शिक्षकों को सरकार के खिलाफ सड़को पर उतरना पड़ेगा ||