Iran Hijab Protest: ईरान में हिजाब को लेकर प्रदर्शन जारी है। 22 साल की महसा अमीनी की मौत के बाद से लोग बड़ी संख्या में हिजाब का विरोध कर रहे हैं। ये विरोध प्रदर्शन हिंसक भी देखने को मिल रहा है। अब तक 35 लोगों की इसमें मौत हो चुकी है।
तेजहान: ईरान में हिजाब को लेकर पुलिस कस्टडी में लड़की की मौत के बाद से ही प्रदर्शन जारी है। एक हफ्ते में ही लगभग 35 लोगों की प्रदर्शन के चलते मौत हो चुकी है। ईरान के सरकारी मीडिया ने इससे जुड़ी रिपोर्ट जारी की है। बोर्ना समाचार एजेंसी ने ईरान के टीवी चैनल का हवाला देते हुए कहा, ‘देश में हाल ही में हुए दंगे में मरने वालों की संख्या 35 हो गई है।’ मरने वालों का आधिकारिक आंकड़ा इससे पहले 17 था, जिसमें पांच सुरक्षाकर्मी भी शामिल थे। महसा अमीनी की मौत के बाद से लगातार ईरान में प्रदर्शन चल रहे हैं।
लगातार आठ रातों से तेहरान समेत पूरे ईरान के प्रमुख शहरों की सड़कों पर लोग उतर आए हैं। 22 साल की महसा को ईरान की राजधानी तेहरान से हिजाब को अनुचित तरीके से पहनने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने उसे इतना मारा कि वह कोमा में चली गई और तीन दिन बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया। वहीं, दूसरी तरफ हजारों लोगों ने शुक्रवार को हिजाब समर्थक रैली के दौरान तेहरान में मार्च किया। ये रैली सरकार के समर्थन में थी।
सिर में चोट लगने से हुई मौत
ईरान में महिलाओं के लिए सख्त ड्रेस कोड को लागू करने के लिए ईरान की मोरैलिटी (नैतिकता) पुलिस है। इसी पुलिस ने अमीनी को गिरफ्तार किया था। इसके बाद सीधे खबर आई कि वह कोमा में चली गई है। तीन दिन बीतने के बाद अमीनी की मौत हो गई। ईरान के एक्टिविस्ट कहते हैं कि हिरासत में अमीनी के सिर पर चोट लगी है। इस मामले की जांच शुरू हो गई है, लेकिन अधिकारियों ने सिर पर चोट की बात की पुष्टि नहीं की है।
गृह मंत्री ने पिटाई की बात से किया इनकार
शुक्रवार की रात गृह मंत्री अहमद वाहिदी ने कहा कि अमीनी को पीटा नहीं गया है। गृह मंत्री ने कहा कि निगरानी निकायों से रिपोर्ट मिली थी। गवाहों के साक्षात्कार हुए। वीडियो की समीक्षा की गई और पता चला है कि कोई पिटाई नहीं हुई थी। गृह मंत्री ने कहा कि सरकार अमीनी के मौत का कारण ढूंढ़ रही है। हमें डॉक्टर की ओर से मिलने वाली फाइनल रिपोर्ट का इंतजार है।