असम में बाढ़ से फैली तबाही में राज्य के 18 लाख लोग प्रभावित हुए हैं और इसके कारण अब तक 54 लोगों की मौत हो चुकी है. असम स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (Assam State Disaster Management Authority-ASDMA) ने इसकी जानकारी दी है.असम में दारांग जिले के सिपाझार इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग 15 पर बाढ़ का पानी बह रहा है.
दारांग जिला प्रशासन ने बाढ़ को देखते हुए राजमार्ग पर सभी वाहनों की आवाजाही को रोक दिया है. इसके बाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर सैकड़ों ट्रक फंसे हुए हैंअसम स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (ASDMA) ने जानकारी दी है कि राज्य के 28 जिले बाढ़ से प्रभावित है. इन जिलों में 18.94 लाख लोगों पर बाढ़ का असर पड़ा है.
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने उनसे असम में बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी लेने के लिए फोन किया. इस प्राकृतिक आपदा के कारण लोगों को हो रही कठिनाइयों पर चिंता व्यक्त करते हुए पीएम मोदी ने केंद्र सरकार से हर संभव मदद का आश्वासन दिया.
रिपोर्ट के अनुसार बक्सा, कोकराझार, बोंगाईगांव, नलबाड़ी, चिरांग, दरांग, माजुली, धेमाजी, डिब्रूगढ़, दीमा-हसाओ, होजई, गोलपारा, कामरूप, कामरूप (एम), , लखीमपुर, तामूलपुर, उदलगुरी कामरूप में बारिश की वजह से हालात ज्यादा खराब हैं.रिपोर्ट के अनुसार बाढ़ प्रभावित 74 हजार लोगों में से करीब 10,851 बच्चे भी बाढ़ से प्रभावित हैं. भीषण बारिश की वजह से लोग यहां वहां फंसे हुए हैं.
बाढ़ और भूस्खलन की समस्या से निपटने के लिए प्रशासन ने 16 अलग अलग राहत शिवरों में 1224 लोगों को ठहराया है.
बारिश की वजह से कई जगहों पर पेड़ और बिगली के भंगे भी गिर गए जिसके वजह से आवागमन ठप हो गया. करीमगंज में बारिश के दौरान एक पेड़ आटो रिक्शा पर गिर गया. जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई. जिस शख्स की मौत हुई वह आटो रिक्शा ड्राइवर था.
राज्य का दीमा हसाओ जिला भी बुरी तरह से बाढ़ और भारी बारिश का सामना कर रहा है. बारिश की वजह से इस पहाड़ी जिले में कई जगहों पर भूस्खलन की घटनाएं भी सामने आई हैं.असम में अगले कुछ दिन और बारिश होने की संभावना है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि 17 जून तक राज्य के कई जिलों में भारिश बारिश की संभावना है. अलर्ट के बाद कई जिलों में स्कूल कॉलेज को बंद कर दिया गया है.भारी बारिश से शहर के कई हिस्सों में सड़कों पर पानी भर गया है – इनमें सबसे ज्यादा प्रभावित अनिल नगर, नबीन नगर, राजगढ़ लिंक रोड, रुक्मिणीगांव, हाटीगांव और कृष्णा नगर हैं. अधिकारी ने बताया कि इन इलाकों में तैनात एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने और उन्हें राहत सामग्री मुहैया कराने के लिए नावों का इस्तेमाल कर रहे हैं.असम बिजली वितरण कंपनी लिमिटेड (एपीडीसीएल) शहर में बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए चौबीस घंटे काम कर रही है, जहां मंगलवार से बिजली नहीं है. पीने के पानी के टैंकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भेजे गए हैं. कामरूप मेट्रोपॉलिटन जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे जरूरी काम होने पर ही अपने घरों से बाहर निकलें.
कामरूप मेट्रोपॉलिटन के उपायुक्त पल्लव गोपाल झा ने क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) द्वारा जारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर सभी स्कूलों, कॉलेजों और शैक्षणिक संस्थानों को कक्षाएं निलंबित करने का निर्देश जारी किया है.