प्रदेश सरकार द्वारा कोविड-19 की जांच के लिए संचालित की जा रही जीवन धारा वैन के उपयोग में सोलन जिला प्रदेशभर में प्रथम स्थान पर रहा है। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. राजन उप्पल ने आज यहां दी।
डाॅ. उप्पल ने कहा कि जीवनधारा वैन के माध्यम से 11 मई, 2021 से 07 जुलाई, 2021 तक सोलन जिला में कोविड संक्रमण की जांच के लिए 2700 कोविड-19 परीक्षण किए गए। उन्होंने कहा कि जीवनधारा सचल वाहन सोलन जिला के गांव-गांव में कोविड-19 परीक्षणों की दिशा में न केवल लोगों को जागरूक कर रहा है अपितु उन्हें यह बताने में भी सफल रहा है कि यह परीक्षण बहुमूल्य मानव जीवन बचाने में सहायक है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि प्रदेश के दूरदराज क्षेत्रों में मोबाइल प्राथमिक स्वास्थ्य एवं आरोग्य केंद्र (जीवनधारा) के माध्यम से कोविड-19 परीक्षण किए जा रहे हैं। प्रदेश के कांगड़ा, मंडी, शिमला, चंबा, कुल्लू, सिरमौर और सोलन जिले में 10 जीवनधारा वैन लोगों को सेवा प्रदान कर रही है।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिला के दुर्गम क्षेत्रों में पहुंचकर लोगों का कोविड-19 के लिए परीक्षण किया। उन्होंने कहा कि इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा लोगों को कोविड-19 से बचाव के लिए विभिन्न उपायों की जानकारी भी प्रदान की गई।
डाॅ. उप्पल ने इस उपलब्धि के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग सोलन के समस्त चिकित्सकों, स्टाफ नर्सों, पैरामेडिकल कर्मियों तथा जीवनधारा टीम में तैनात सदस्यों फार्मासिस्ट हिमांशु, प्रयोगशाला सहायक सुरेंद्र तथा चालक सुरेश को बधाई दी है। जिला के औद्योगिक तथा ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर लोगों की कोविड-19 के लिए जांच की है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने लोगों से आग्रह किया है कि कोविड-19 से बचाव के लिए प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से बचाव के लिए सार्वजनिक स्थानों पर नाक से ठोडी तक ढकते हुए मास्क पहनें, समुचित सोशल डिस्टेन्सिग नियम का पालन करें तथा बार-बार अपने हाथ साबुन अथवा एल्कोहल युक्त सेनिटाइजर से साफ करते रहें। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण अवश्य करवाएं और खांसी, जुखाम तथा बुखार जैसे लक्षण होने पर अपना परीक्षण अवश्य करवाएं।