सोलन में पिछले करीबन 4 माह से बारिश नहीं हो रही है आसमान में बादल आते भी है तो बिना बरसे ही से निकल भी जाते हैं | बारिश ना होने के कारण किसानों के खेत खलियान सूखते जा रहे हैं प्रकृतिक पानी के स्त्रोत भी अब सूखने की कगार पर पहुंच चुके हैं | यहाँ तक कि सोलन के किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें देखी जा रही है उनकी सबसे बड़ी चिंता यह है कि अगर बारिश नहीं होती है तो वह कई फसलों की बुवाई समय पर नहीं कर पा रहे पाएंगे और अगर बुवाई का कार्य समय पर हुआ तो उन्हें भारी हानि उठानी पड़ सकती है | सोलन में नदी नाले नहीं है यही वजह है कि किसान केवल बारिश के पानी पर ही निर्भर करता है | वह अपनी बुवाई तभी कर पाता है जब बारिश होती है |
सोलन के किसानों ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि सोलन में बारिश न होने की वजह से वह बेहद परेशान है | उन्होंने बताया कि वह मटर गोभी आलू की बुआई करना चाहते है लेकिन बारिश न होने की वजह से वह यह कार्य नहीं कर पा रहे है | उन्होंने कहा कि वह बारिश का इंतज़ार कर रहे है | लेकिन बारिश न होने की वजह से उनके खेत सूखे पड़े है प्रकृतिक पानी के स्त्रोत न होने की वजह से वह बुवाई नहीं कर पा रहे है | उन्होंने बताया कि बारिश न होने की वजह से जहाँ उनकी पहली फसल जैसे टमाटर , शिमला मिर्च , फ्रांसबीन और मक्की की फसल पर दुष्प्रभाव पड़ा वहीँ अब वह मटर .गोभी और आलू की फसल की समय पर बुवाई नहीं कर पा रहे है |
2020-11-12