नगर निगम ,कार्रवाई के नाम पर ,व्यवसायियों को , परेशान कर रही है। यह बात सोलन के व्यसायिओं ने ,उस समय की ,जब नगर निगम के अधिकारियों, और पुलिसकर्मियों द्वारा , अवैध अतिक्रमण को लेकर, मॉल रोड़ पर ,कार्रवाई की जा रही थी। सोलन के व्यवसायिओं में, इस कार्रवाई को लेकर, ख़ासा रोष देखा गया। उन्होंने कहा कि, त्योहारों के समय में, इस तरह की कार्रवाई ,नगर निगम द्वारा ,नहीं की जानी चाहिए थी। जब व्यापारियों को , त्योहारों के समय में ,समूचे भारत में, व्यवसाय करने की ढील दी जाती है तो, सोलन में आज यह, कार्रवाई क्यों की जा रही है। उन्होंने कहा कि, अन्य बाज़ारों में भी ,दुकानों के बाहर सामान लगा है ,लेकिन केवल मॉल रोड़ को ही ,हर बार नगर निगम द्वारा ,टारगेट किया जा रहा है। जो बेहद गलत है, सभी व्यापारी ,इसकी निंदा करते है।
रोष प्रकट करते हुए ,व्यापारियों ने कहा कि, नगर निगम सोलन की ,सबसे बड़ी ,प्राथमिकता सोलन में , जल व्यस्था करना ,और सड़कों को दरुस्त करना ,और शहर के विकास के लिए ,सकारात्मक कदम उठाना है। लेकिन ,नगर निगम केवल ,अतिक्रमण के नाम पर ,व्यवसायिओं को तंग करने ,का काम ही किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि ,सड़कों की हालत खस्ता है। कूड़ा व्यवस्था , शहर में चरमराई हुई है लेकिन नगर निगम केवल ,अतिक्रमण को हटा कर ,केवल रेहड़ी फड़ी चालकों ,और दुकानदारों को सताने में व्यस्त है। उन्होंने कहा कि, या तो शहर से बिलकुल ही, अतिक्रमण बंद कर दिया। किसी को भी ,रेहड़ी फड़ी और ,सामान बाहर लगाने की ,अनुमति न हो। लेकिन नगर निगम सख्त ,निर्णय लेने में असमर्थ है। जिसकी गाज केवल ,आम साधारण व्यवसायी पर पड़ रही है। उन्होंने कहा कि, कोरोना के चलते ,पहले ही लोग बेरोज़गार है, ऊपर से जो काम करना चाहता है उसे, नगर निगम काम नहीं करने दे रही है। जिसकी वह, निंदा करते हैं
2021-11-05