सोलन, 06 अक्तूबर: “दूसरों को नसीहत, खुद साहब करें फजीहत।” यह कहावत जिला मुख्यालय में कार्यरत दफ्तरों के अधिकारियों पर सटीक बैठ रही है। जहां एक और नगर निगम सोलन आम जनता पर अपना डंडा चला कर सभी नियमों कानूनों को पूरा करवाती है।
वहीं जिला मुख्यालय में सर्वाधिक जनसम्पर्क वाले सरकारी कार्यालय (मिनी सचिवालय) में अभी तक पानी का मीटर नहीं लगा है। सरकारी अधिकारी व कर्मचारी मुफ्त का पानी पी रहे है। हालांकि कई बार इस बारे में संबंधित कार्यालयों को अवगत करवाया गया, लेकिन किसी के कान में जूँ तक न रेंगी। जिससे एक बात स्पष्ट है कि नियम कानून आम जनता के लिए ही है। आम जनता को तुरंत ही नोटिस जारी हो जाते है।
हैरानी की बात यह है कि यदि संबंधित कार्यालयों में पानी का मीटर होता तो लाखों रुपये नगर निगम के खाते में जाते, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सरेआम पानी का दुरुपयोग हो रहा है। यही ही नहीं क्षेत्रीय अस्पताल सोलन सहित कई ऐसे कार्यालय है, जहां पानी के मीटर तो लगे है लेकिन वह बिल जमा नहीं करवाते।
इस बारे में जब नगर निगम की मेयर पूनम ग्रोवर से बात की गई तो उन्होने बताया कि उन्होंने कई बार संबंधित विभाग को इस बारे में अवगत करवाया है। लेकिन अभी तक पानी का मीटर नहीं लगा रहे है। उन्होंने कहा कि इससे नगर निगम को नुकसान हो रहा है। वहीं नगर निगम सोलन की आयुक्त प्रियंका चंद्रा ने भी माना कि बड़े कार्यालयों में पानी के मीटर नहीं लगे है। उन्हें नोटिस भेजे जा रहे है।