सोलन : SDM का पद दो माह से खाली, फरियादियों को मिल रही तारीख पर तारीख

सोलन में एसडीएम का पद दो माह से खाली होने के चलते फरियादियों को तारीख पर तारीख मिल रही है। एसडीएम कार्यालय में दो माह से कोर्ट नहीं लगा है। इसके कारण मामलों की सुनवाई नहीं हो पा रही है। एसडीएम कोर्ट ने बीते मंगलवार को जिन मामलों की सुनवाई होनी थी, अब उनकी डेट 8 मई तय कर दी गई है। हालांकि तहसीलदार सोलन के पास एसडीएम सोलन का अतिरिक्त कार्यभार है, लेकिन उनके पास कोर्ट लगाने की पावर नहीं है।

बता दें कि यह पहला मौका है, जब सोलन में एसडीएम का पद इतने दिनों तक खाली रहा हो। सोलन में एसडीएम लगने की अधिकारियों की एक लंबी फेहरिस्त है, लेकिन सरकार अपनी पसंद के किसी अधिकारी को यहां पर एसडीएम लगाना चाह रही है। हैरानी की बात यह है कि सरकार को प्रदेश में एचएएस अधिकारियों की लंबी फौज में अभी तक अपनी पसंद का अधिकारी नहीं मिला है। एसडीएम न होने से सोलन ही नहीं कसौली निर्वाचन क्षेत्र का कामकाज भी प्रभावित हो रहा है।

       इस कार्यालय के दायरे में सोलन व कसौली निर्वाचन क्षेत्र का आधा-आधा क्षेत्र आता है। वहीं पूर्व में कसौली निर्वाचन क्षेत्र का पूरा क्षेत्र एसडीएम कार्यालय सोलन के अंडर ही था, लेकिन कसौली में एसडीएम कार्यालय खुलने के बाद आधा क्षेत्र ही रह गया है, जबकि सोलन निर्वाचन क्षेत्र की 26 ग्राम पंचायत कंडाघाट एसडीएम कार्यालय के अंडर है।

दिलचस्प बात तो यह है कि 5 फरवरी को सोलन में तैनात एसडीएम विवेक शर्मा के नाहन के लिए ट्रांसफर होने के बाद सहायक उपायुक्त संजय कुमार को एसडीएम का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया। एक महीने से वह इन दोनों पदों को बखूबी निभा रहे थे, लेकिन प्रदेश सरकार ने 6 मार्च को उनकी ट्रांसफर कर भोरंज एसडीएम के पद पर तैनात कर दिया। कुछ दिन पूर्व उनके रिलीव होने के बाद सरकार ने पद को तो भर दिया, लेकिन एसडीएम का पद अभी भी खाली है। ऐसा नहीं है कि जिला सोलन में ऐसा पहली बार हुआ है।

      पूर्व जयराम सरकार में अर्की एसडीएम  का पद कई महीनों तक खाली रहा था, लेकिन जिला मुख्यालय जहां पर वीआईपी मूवमेंट के साथ-साथ फोरलेन मुआवजे को लेकर कई मामले लंबित पड़े हुए है। इसके बावजूद  एसडीएम का लंबे समय से पद खाली रहने से कई सवाल खड़े हो गए हैं। अब एसडीएम का अतिरिक्त कार्यभार तहसीलदार सोलन के पास है।

सोलन तहसील में पहले ही वर्क लोड है। ऐसे में दोनों जगह काम प्रभावित हो सकता है। अब देखना है कि सरकार कब तक सोलन में एसडीएम  की तैनाती करती है। एडीसी सोलन जफर इकबाल ने बताया कि सोलन एसडीएम का अतिरिक्त कार्यभार तहसीलदार सोलन को दिया गया है।