जहाँ कोरोना के चलते समूचा भारत मंदी के दौर से गुजर रहा है आय के साधन कम होते जा रहे हैं | वहीँ संकट के इस दौर में रेहड़ी फड़ी चालक जो बाय पास पर बैठ कर अपनी रोजी रोटी चला रहे थे उन्हें उठाने के आदेश दे दिए गए है | संकट के इस दौर में जमा जमाया व्यवसाय छोड़ कर अब वह घर कैसे चलाएंगे यह समस्या उनके सामने चुनौती बन कर खड़ी है | नगर निगम पिछले कई वर्षों से वेंडर मार्केट बना रहा है | लेकिन इस मार्केट का निर्माण कछुआ गति से चला हुआ है | यह मार्किट इन्ही वेंडरों के लिए बनाई गई थी | ताकि जब उन्हें शहर की सड़कों से हटाया जाए तो उन्हें वेंडर मार्किट में पनाह मिल सके | लेकिन नगर निगम के पदाधिकारियों की लापरवाही की वजह से उन्हें व्यवसाय चलाने के लिए मार्केट में तो पनाह नहीं मिली लेकिन अब उन्हें खुली छत पर बिठाने के लिए आदेश दे दिए गए हैं |
रोष प्रकट करते हुए रेहड़ी फड़ी यूनियन के अध्यक्ष महिताब ने कहा कि उन्हें बायपास से उठाने के लिए दस दिनों का समय दिया गया था लेकिन वह तीसरे दिन ही फोरलेन के अधिकारी उठाने आ गए हैं | जिसके चलते वह नगर निगम के अधिकारियों के पास आए थे | उन्होंने कहा है कि वह उन्हें वेंडर मार्केट में बीच वाली मंजिल में स्थान दे रहे हैं | जो चारों तरफ से खुली है वहां बिजली पानी नहीं था तो उनके द्वारा आश्वासन दिया गया है कि बिजली का प्रबंध भी कर दिया जाएगा |
2021-04-30