हिमाचल के खिलाड़ी, विषम परिस्थितियों में ,बेहतरीन खेल का प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदेश का नाम, पूरे देश में, रोशन कर अन्य राज्यों के खिलाड़ियों को, हैरत में डाल रहे हैं। उनकी इस प्रतिभा को देखकर, अन्य राज्यों के संपन्न खिलाड़ी भी ,अपने दांतो तले उंगली दबाने को, मजबूर हो जाते हैं। कुछ ऐसा ही कारनामा ,सोलन की बेटी प्रिया कुमारी थापा ने कर दिखाया है। जिसमें प्रिया ने राष्ट्रीय स्तर की कूडो मिक्स मार्शल आर्ट प्रतियोगिता में ,एक नहीं बल्कि दो, गोल्ड मेडल हासिल किए हैं। प्रिया अपनी इस जीत से ,बेहद खुश है लेकिन, कहीं ना कहीं खिलाड़ियों के प्रति, सरकार के उदासीन रवैया के कारण, वह बेहद चिंतित भी है। प्रिया का मानना है कि, अगर सरकार उन्हें सुविधाएं दे तो, वह प्रदेश का नाम ,देश में नहीं बल्कि ,विश्व में भी रोशन करने के लिए सक्षम है। इसलिए सरकार को चाहिए कि, वह खिलाड़ियों को ,प्रोत्साहित करने के लिए, अच्छी सुविधाएं उपलब्ध करवाएं, ताकि खिलाड़ी अपनी प्रतिभा को निखार सकें।
वहीँ ख़ुशी जाहिर करते हुए, प्रिया कुमारी ने बताया कि ,वह बेहद खुश है कि, वह राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में ,दो गोल्ड मैडल लेने में कामयाब रही है। प्रिया ने बताया कि ,उनकी फाइट बेहद मुश्किल रही ,लेकिन उनकी मेहनत और कोच द्वारा सिखाई गई, तकनीक के कारण वह, राज्यस्थान और कर्नाटक की खिलाड़ियों को, हराने में कामयाब रही हैं। प्रिया ने बताया कि, देश के लिए खेलना उनका सपना है। जिसके लिए वह ,जी तोड़ मेहनत कर रही है। उनके कोच अजय जसवाल उन्हें कूडो, की बारीकियां सिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ,खेल में हमेशा पैसे का अभाव रहता है इस लिए अगर, सरकार खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करे ,और उन्हें सुविधाएं प्रदान करे ,तो वह देश का नाम अवश्य रौशन करेंगी।
वहीँ कूडो एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष, अजय जसवाल ने बताया कि ,वह बेहद खुश है कि 11 वीं राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में ,हिमाचल ने 5 गोल्ड ,5 सिल्वर ,और 7 ब्रॉन्ज़ मैडल हासिल किए है। उन्होंने कहा कि ,हिमाचल में खेल प्रतिभा की, कोई कमी नहीं है लेकिन, अभी सरकार द्वारा खिलाड़ियों को ,सुविधाएं प्रदान नहीं की जा रही है। यह हाल केवल ,इसी खेल का नहीं है बल्कि, ज़्यादा तर गेम्स का यही हाल है। उन्होंने कहा कि, अभी एकेडमी ही , अपने स्तर पर, खिलाड़ियों को सुविधाएं प्रदान करने का, प्रयास कर रही है। लेकिन अगर सरकार खिलाड़िओं को, सुविधाएं प्रदान नहीं करेगी तो, खिलाड़ियों की प्रतिभा दम तोड़ देगी। इस लिए सरकार को ,खिलाड़ियों के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है।